India News(इंडिया न्यूज़), Devotion: शनि देव, जिन्हें भगवान शनैश्चर भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण देवता हैं और उनकी पूजा शनिवार को की जाती है क्योंकि शनिवार उनके दिन के रूप में माना जाता है। शनि देव के स्वरुप शनिदेव को व्यक्ति के जीवन में न्याय और नैतिकता का प्रतीक माना जाता है। वे आध्यात्मिकता, ध्यान, और तपस्या के प्रतीक भी हैं, शनि देव का प्रभाव ग्रह व्यक्ति की कुंडली में अपने स्थान के हिसाब से उसके जीवन पर प्रभाव डाल सकता है, और इसके लिए व्यक्ति उनके व्रत और पूजा करते हैं,
शनि देव की पूजा लोग शनिवार को शनि देव की पूजा करते हैं ताकि वे उनके कठिनाइयों को कम करें और कष्टों से मुक्ति प्राप्त करें, शनि देव का व्रत शनिवार को लोग व्रत रखते हैं और तिल, उड़द की दाल, नीला तांबा, और काला वस्त्र के दान करते हैं, जिससे उनकी क्रिपा प्राप्त होती है, इस प्रकार शनि देव की पूजा शनिवार को की जाती है ताकि लोग उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकें और उनके द्वारा प्रदर्शित न्याय और संयम का मान रख सकें।
शनि पूजा: आप शनिवार को शनि पूजा कर सकते हैं। इसमें शनिदेव की मूर्ति या यंत्र के सामने उपासना करना शामिल होता है.
दान: शनिदेव के लिए तिल, उड़द की दाल, नीला तांबा, लौंग, इलायची, काला वस्त्र, आदि के दान करने से उन्हें प्रसन्नता मिलती है.
जाप: “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” इस मंत्र का जाप करने से भी शनिदेव की कृपा प्राप्त हो सकती है.
सफ़ाई: पूजा करने से पहले सभी पूजा सामग्री को साफ-सुथरा रखें।
पूजा स्थल: एक शुद्ध और शांत स्थान का चयन करें, जहाँ आप पूजा करेंगे.
पूजा सामग्री: शनिदेव की पूजा के लिए तिल, उड़द की दाल, काले फूल, नीला तांबा, उपवास का प्रसाद, तेल, अच्छे कपड़े आदि की आवश्यकता होती है.
मंत्र: आप शनिदेव की पूजा के दौरान “ॐ प्रां प्रीं प्रौं सः शनैश्चराय नमः” इस मंत्र का जाप करें।
पूजा क्रिया: शनिदेव की मूर्ति, चित्र, या यंत्र के सामने बैठें और मंत्र का जाप करते समय तिल और उड़द की दाल का दान दें। फिर नीला तांबा और अच्छे कपड़े द्वारा पूजा करें।
प्रासाद: उपवास का प्रसाद तैयार करें और उसे शनिदेव को अर्पित करें.
ध्यान दें कि पूजा करते समय श्रद्धा और नियमितता का पालन करना महत्वपूर्ण होता है। शनिदेव की पूजा को नियमित रूप से करने से आप उनसे कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
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