India News ( इंडिया न्यूज़), Devotion: गणेश भगवान हिन्दू धर्म के प्रमुख देवता में से एक हैं। वे विद्या, बुद्धि, और विज्ञान के प्रतीक के रूप में माने जाते हैं। उन्हें विघ्नहर्ता भी कहा जाता है क्योंकि वे सभी प्रकार के विघ्नों को दूर करने के लिए पूजे जाते हैं। गणेश भगवान की प्रतिमा मुखकमल होती है।
गणेश जी की पूजा शुभारंभ के रूप में की जाती है, और उनकी कृपा से किसी कार्य की सफलता होती है।बुद्धि और विद्या: विद्या और बुद्धि के देवता के रूप में गणेश जी की पूजा छात्रों और विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण है।
पूजा को सही तरीके से करने के लिए निम्नलिखित कदमों का पालन करें:
स्नान (शुद्धि): पूजा करने से पहले, स्नान करें और शरीर को शुद्ध करें।
पूजा स्थल: एक शांत, साफ, और पवित्र स्थल चुनें जहाँ आप पूजा कर सकते हैं।
पूजा सामग्री: गणेश भगवान की पूजा के लिए आपको उनकी मूर्ति, फूल, दीपक, दीप, धूप, अगरबत्ती, प्रसाद, और पूजा की थाली की आवश्यकता होगी।
मंत्र: गणेश भगवान के मंत्रों का जप करें, जैसे “ॐ गं गणपतये नमः”।
पूजा क्रिया: मूर्ति को फूल, धूप, दीप, और प्रसाद सहित पूजें।
भक्ति: विश्वास और श्रद्धा के साथ पूजा करें और भगवान के साथ संवाद करने का प्रयास करे।
आरती: आरती गाकर और मूर्ति को घुमाकर पूजा का समापन करें।
गणेश जी का मंत्र एक प्रमुख मंत्र है: “ॐ गं गणपतये नमः”। यह मंत्र गणेश भगवान की पूजा के समय जपा जाता है और विघ्नहर्ता की कृपा प्राप्त करने में मदद करता है। आप इस मंत्र को जाप करते समय एक माला का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें 108 माला या उसके गुणकों की अधिकतम गिनती होती है।
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