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Ganesh Puja: बुधवार के दिन गणेश जी के इन मंत्रों का जाप करने से पूरी होगी सभी मनोकामनाएं

• LAST UPDATED : October 25, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Ganesh Puja: गणेश जी की पूजा बुधवार को की जाती है क्योंकि बुधवार गणेश जी को समर्पित होता है, और इस दिन भक्त उनकी पूजा करके उनकी कृपा और आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं। इसके अलावा, हिन्दू पौराणिक कथाओं में भी गणेश जी को बुधवार के दिन का विशेष महत्व दिया गया है। यह पूजा भक्तों के लिए सौभाग्य, सुख, और समृद्धि की प्राप्ति के लिए की जाती है। गणेश जी हिन्दू धर्म में भगवान शिव और पार्वती के पुत्र के रूप में माने जाते हैं, और उनके महत्व कई तरीकों से है।

गणेश जी का महत्व

विघ्नहर्ता: गणेश जी को विघ्नहर्ता कहा जाता है क्योंकि वे आपके जीवन के सभी बड़े और छोटे कठिनाइयों को दूर करने के लिए प्राप्त होते हैं।

ज्ञान के प्रतीक: गणेश जी के छड़ी (शूल) में वेदों का प्रतीक होता है, जिससे वे ज्ञान और शिक्षा के प्रतीक के रूप में पूजे जाते हैं।

आराध्य देवता: गणेश जी को आराध्य देवता के रूप में माना जाता है और वे हर कार्य की शुरुआत में पूजे जाते हैं ताकि सफलता प्राप्त हो सके।

संप्रेषण के देवता: गणेश जी को संप्रेषण के देवता के रूप में भी माना जाता है, और वे संदेशों को सही ढंग से पहुंचाने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। इसके अलावा, गणेश चतुर्थी जैसे त्योहार पर उनकी पूजा बड़े धूमधाम से की जाती है, और उन्हें भगवान की आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए प्रार्थना का विषेष अवसर माना जाता है।

गणेश जी की पूजा की विधि और मंत्र

पूजा विधि: पूजा का आदिकाल उचित तिथि और शुभ मुहूर्त में करें। एक साफ सुथरा पूजा स्थल तैयार करें और गणेश मूर्ति को वहाँ रखें। श्री गणेश की मूर्ति के सामने दीपक, अगरबत्ती, सुपारी, इलायची, लौंग, धूप, कुमकुम, अक्षत, फूल, और पुष्पमाला रखें। पूजा का आरंभ गणपति आवाहन मंत्र के साथ करें,

गणपति आवाहन मंत्र: “ॐ गं गणपतये नमः”गणेश जी की मूर्ति को जल अर्पण करें, चावल के अक्षत से.फूल, दीप, अगरबत्ती, सुपारी, इलायची, लौंग के बाद गणपति आरती करें,

गणपति आरती: “जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा। माता जाकी पार्वती पिता महादेव।। एकदंत दयावन्त, चारभुज

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