India News (इंडिया न्यूज़), Santoshi Mata: हिन्दू धर्म में हर दिन की अपनी ही एक विशेष महत्वता है। इसी तरह शुक्रवार का भी अपना महत्व है। शुक्रवार का दिन संतोषी माता को समर्पित है। मान्यता है जो व्यक्ति श्रद्धा भाव से शुक्रवार को संतोषी माता की पूजा करता है और शुक्रवार व्रत की कथा कहता और सुनता है उसकी सारी परेशानियों को संतोषी माता दूर कर देती हैं।
शुक्रवार का व्रत शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार से शुरू करना चाहिए। मां संतोषी के 16 शुक्रवार तक व्रत करने से सुख-सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके अलावा पितृ पक्ष में किसी भी व्रत की शुरुआत नहीं करनी चाहिए।
शुक्रवार व्रत के दौरान शाम में एक समय भोजन ग्रहण कर सकते हैं। शुक्रवार के दिन खट्टे फल और सब्जी आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। आप फल, दूध, गुड़, चना और हलवा आदि का सेवन कर सकते हैं।
शुक्रवार व्रत करने से लंबे समय से अटके काम पूरे होने की मान्यता है। शुक्रवार व्रत से जीवन में सुख-शांति व समृद्धि आती है।
डिस्क्लेमर- ये आर्टिकल केवल सामान्य मान्यताओं को अभिव्यक्त करता है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।
ये भी पढ़ें :