होम / Week Days Puja: किस दिन करें किस देवता की पूजा, पढ़ें ये दिलचस्प स्टोरी 

Week Days Puja: किस दिन करें किस देवता की पूजा, पढ़ें ये दिलचस्प स्टोरी 

• LAST UPDATED : December 2, 2023

India News(इंडिया न्यूज़), Week Days Puja: सप्ताह के हर दिन का विशेष महत्व, अनुष्ठान और उपाय होते हैं। शास्त्रों में अलग-अलग देवी-देवताओं की पूजा के लिए सप्ताह के 7 दिन निर्धारित किए गए हैं। ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने और अपने इष्ट देव की विधि-विधान से पूजा करने से शीघ्र फल मिलता है और नवग्रहों की शुभता भी प्राप्त होती है।

 7 दिन अलग-अलग देवताओं की पूजा (Week Days Puja)

सोमवार

  • सोमवार – सोमवार को भगवान शिव का दिन माना जाता है। इसके साथ ही इस दिन चंद्र देव की भी पूजा की जाती है। सोमवार के दिन शिवलिंग का जलाभिषेक या रुद्राभिषेक करें। भोलेनाथ की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी।

मंगलवार

  • मंगलवार- मंगलवार के दिन हनुमान जी और मंगल देव की पूजा करना सर्वोत्तम माना जाता है। मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाने से सारे बिगड़े काम बन जाते हैं। मंगलवार का व्रत करने से शत्रुओं और प्रेत बाधाओं से मुक्ति मिलती है। मंगल ग्रह की भी शांति होती है।

बुधवार

  • बुधवार – बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। बुध ग्रह को अनुकूल बनाने और भगवान गणेश की कृपा पाने के लिए मूंग का दान करें ऐसा करने से बुद्धि और ज्ञान बढ़ता है। शुभ कार्य बिना किसी विघ्न के सम्पन्न होते हैं।

गुरुवार

  • गुरुवार – गुरुवार के दिन भगवान विष्णु और बृहस्पति देव की पूजा करने की परंपरा है। गुरुवार के दिन पीली वस्तुएं जैसे चने की दाल, केला, केसर आदि का दान करने से वैवाहिक जीवन में खुशहाली आती है। जिन लोगों को विवाह, नौकरी या व्यवसाय में बाधा आ रही हो उन्हें गुरुवार का व्रत करना चाहिए।

शुक्रवार

  • शुक्रवार – शुक्रवार देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह का दिन है। शुक्रवार के दिन लक्ष्मी पूजन करने से जीवन में कभी भी सुख-सुविधाओं और विलासिता की कमी नहीं रहती है। इसके साथ ही शुक्र ग्रह की शुभता से व्यक्ति को सौंदर्य, ऐश्वर्य, प्रसिद्धि और धन की प्राप्ति होती है।

शनिवार

  • शनिवार – शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित है। इस दिन भगवान हनुमान की पूजा करना भी उत्तम माना जाता है। शनिदेव न्यायाधीश हैं, वह व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार ही फल देते हैं। शनिवार के दिन शनिदेव को तेल और काले तिल चढ़ाने से साढ़ेसाती और ढैय्या का दुष्प्रभाव कम होता है।

रविवार

  • रविवार – रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा सर्वोत्तम मानी जाती है। प्रतिदिन सुबह सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए लेकिन रविवार को जल चढ़ाने से व्यक्ति के मान-सम्मान, साहस और ऊर्जा में वृद्धि होती है। तांबे के लोटे में जल, फूल और अक्षत डालकर सूर्य देव को अर्पित करें।

ये भी पढ़े: