India News (इंडिया न्यूज़) Reverse Walking Benefits: पैदल चलना सबसे आसान और फायदेमंद व्यायामों में से एक है। इससे न केवल शरीर को मिलने वाली ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है। रोजाना 15-20 मिनट पैदल चलने से ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, दिल और किडनी के साथ-साथ कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है।
पैदल चलने से शरीर में ‘एंडोर्फिन’ नामक हार्मोन का स्राव होता है। जिसे ‘फील गुड’ हार्मोन भी कहा जाता है। जिससे मूड अच्छा रहता है। सुबह टहलने से शरीर को विटामिन डी भी मिलता है। खैर, हमने सामान्य चलने की बात की, लेकिन क्या आप जानते हैं कि उल्टा चलने से भी अनगिनत स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। आज हम इसी के बारे में जानेंगे।
Reverse Walking Benefits –
- जब आप उल्टा चलते हैं तो इससे घुटनों के दर्द से राहत मिलती है। पीछे की ओर चलने से घुटनों पर तनाव कम होता है। साथ ही इससे सूजन की समस्या भी दूर हो जाती है।
- उल्टा चलने से पैर मजबूत होते हैं क्योंकि पीछे की ओर चलने में अधिक बल की आवश्यकता होती है। तो इससे पैरों के आगे और पीछे दोनों तरफ की मांसपेशियों को पर्याप्त व्यायाम मिलता है, जिससे वे मजबूत और सुडौल हो जाती हैं।
- अगर आप पीठ या कमर के दर्द से पीड़ित हैं तो आपको कुछ मिनटों के लिए उल्टा चलना जरूर चाहिए। इससे शरीर के इन अंगों की मांसपेशियों का खिंचाव दूर हो जाता है। कमर और रीढ़ की हड्डी मजबूत बनती है। शरीर के कई दर्द दूर हो जाते हैं।
- पैरों की उन मांसपेशियों को भी ताकत मिलती है जिनका ज्यादा इस्तेमाल नहीं होता। घुटनों में किसी भी तरह की चोट और दर्द को ठीक करता है। उल्टा चलने से संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है।
- शरीर की अतिरिक्त कैलोरी बर्न होती है। वजन नियंत्रित करने में मदद करता है। ऊर्जा का स्तर बढ़ता है।
मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव
उल्टा चलने से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक लाभ भी मिलता है। क्योंकि पीछे की ओर चलने का कोई अभ्यास नहीं है, जब आप इसे करते हैं तो आपको अपने दिमाग पर ध्यान केंद्रित करने के लिए मजबूर करना पड़ता है। जो दिमाग के लिए एक अच्छा व्यायाम है।
अन्य लाभ
- नींद में सुधार लाता है।
- दृष्टि में सुधार करता है।
- सोचने-समझने की क्षमता बढ़ती है। संज्ञानात्मक नियंत्रण बढ़ाता है।
- मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करता है।
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