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Sidhu Moosewala: सिद्धू मूसेवाला हत्‍याकांड की किसने रची थी साजिश, कौन सी गैंग से थे जुड़े, जानें कई राज

• LAST UPDATED : February 29, 2024

India News (इंडिया न्यूज़),Sidhu Moosewala: 29 मई 2022 को पंजाब के मनसा जिले में सिद्धू मूसेवाला की सरेआम हत्या कर दी गई। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटरों ने उनकी थार गाड़ी को घेर लिया और अंधाधुंध फायरिंग की। इस मामले में दिल्ली पुलिस और पंजाब पुलिस अब तक 30 से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है।

ऐसे रची साजिश 

लॉरेंस ने जेल में बैठकर कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ से फोन पर बात कर सिद्धू मूसेवाला की हत्या की साजिश रची। सिद्धू की हत्या की फुलप्रूफ प्लानिंग के बाद लॉरेंस बिश्नोई ने गोल्डी बराड़ की मदद से सबसे पहले अपने भाई अनमोल को भारत से भागने के लिए जेल से रिहा कराया। इतना ही नहीं, लॉरेंस ने गोल्डी बरार की मदद से अपने भतीजे सचिन बिश्नोई को भी भारत से भगा दिया। सचिन फिलहाल देश से बाहर किसी दूसरे देश में बैठे हैं। देश छोड़कर भागे लॉरेंस के भाई अनमोल और भतीजे सचिन की तरह ये दोनों भी गोल्डी बराड़ से जुड़े और प्लानिंग हुई। फिर पंजाब के मानसा में सिद्धू की हत्या कर दी गई।

हत्याकांड के खुले कई राज 

मूसेवाला ने एक गाना गाया था जिसमें पंजाब के एक गैंगस्टर डिंपी चंदभान का नाम लिया था। उसे पंजाब का पहला डॉन भी कहा जाता था। उनकी मौत के कुछ घंटे बाद बिश्नोई गैंग के सदस्य गोल्डी बरार ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया। जिसमें लिखा था कि ‘आज पंजाब में मूसेवाला की हत्या कर दी गई। मैं, सचिन बिश्नोई, लॉरेंस बिश्नोई इसकी जिम्मेदारी लेते हैं। हमारे भाई विक्रमजीत सिंह मिडूखेड़ा और गुरलाल बराड़ की हत्या में मूसेवाला का नाम आया था। लेकिन पंजाब पुलिस ने उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की। अंकित के एनकाउंटर में सिद्धू मूसेवाला भी शामिल था। मूसेवाला हमारे खिलाफ काम कर रहा था। दिल्ली पुलिस ने उसका नाम भी लिया था, लेकिन मूसेवाला ने अपनी राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल कर हर बार खुद को बचा लिया।

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