MP Crime News: आए दिनों विवादों में रहने वाले गुना जिला अस्पताल में उपचार में लापरवाही से जुड़ा एक और गंभीर मामला सामने आया है। यहां पेट दर्द की शिकायत लेकर पहुंची एक महिला की सोनोग्राफी रिपोर्ट नॉर्मल बता दी गई। जबकि निजी सेंटर पर जांच कराने के बाद महिला के पेट में 23.7 एमएम की पथरी पाई गई है।
दरअसल, कैंट क्षेत्र के हरिया नाई बगीचा में रहने वाले संतोष कुमार तिवारी की पत्नि मीना तिवारी ने 5 अप्रैल को गुना जिला अस्पताल में चिकित्सकों से परामर्श लिया था। उन्हें पेट दर्द की शिकायत थी।
जिसके बाद डॉक्टरों ने जिला अस्पताल में ही उनकी सोनोग्राफी कराई। 5 अप्रैल को ही दोपहर 2 बजे मीना तिवारी की सोनोग्राफी रिपोर्ट दे दी गई। जिसे देखकर चिकित्सकों ने किसी तरह की बीमारी होने से इंकार किया। लेकिन घर जाने के बाद मीना तिवारी के पेट दर्द की तकलीफ खत्म नहीं हुई। इसलिए परेशान होकर उन्होंने शहर के एक निजी सोनोग्राफी सेंटर पर अपनी जांच कराई। जहां से मिली रिपोर्ट देखकर तिवारी दम्पत्ति हक्का-बक्का रह गए।
मीना तिवारी की सोनोग्राफी रिपोर्ट में 23.7 एमएम की पथरी पाई गई। आकार के हिसाब से यह बेहद गंभीर है। इसे अनदेखा करना भारी पड़ सकता था और मीना तिवारी की तबियत और अधिक बिगड़ सकती थी। जिला अस्पताल की सोनोग्राफी रिपोर्ट को गलत मानते हुए दम्पत्ति ने इस मामले की शिकायत सीएमएचओ ने करने का निर्णय लिया । इस घटनाक्रम के बाद जिला अस्पताल में उपलब्ध उपकरणों की गुणवत्ता और उन्हें संभालने वाले स्टाफ की योग्यता पर भी प्रश्न चिन्ह खड़े हो गए हैं। क्योंकि इस तरह की लापरवाही जानलेवा भी साबित हो सकती है।
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