India News ( इंडिया न्यूज ) Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर रविवार को रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के जरिए देशवासियों को संबोधित करते हैं। आज 26 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी की ‘मन की बात’ का 107वां एपिसोड है। इसके माध्यम से पीएम मोदी देशवासियों को संबोधित करते है। यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे प्रसारित होता है। यह कार्यक्रम दिव्यांगजन भी सुन सकें इसके लिए बीजेपी के एमपी मीडिया सेंटर में व्यवस्था की गई है।
मन की बात में पीएम ने कहा कि मुंबई हमले में मारे गए शहीदों को मैं श्रद्धांजलि देता हूं। मुंबई आतंकी हमले में लोगों की सुरक्षा करते हुए जिन शहीदों ने अपनी जान गंवाई, उन्हें पूरा देश याद कर रहा है। मैं उन सभी जांबाज शहीदों को श्रद्धांजलि देता हूं।
आज इस रेडियो कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत के संविधान को तैयार करने में 2 साल 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था। श्री सच्चिदानंद जी संविधान के सबसे बुजुर्ग सदस्य थे। 60 देशों के संविधान का अध्ययन कर हमारा संविधान तैयार हुआ है। संविधान को अंतिम रूप देने से पहले उसमें 2000 से ज्यादा संशोधन भी हुए थे। अब तक शासन में आई सरकारों ने अपने-अपने हिसाब से 106 बार संविधान में संशोधन किया है।
साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि आजकल इन दिनों कुछ परिवारों ने विदेशों में जाकर शादी करना शुरू कर दिया है। इससे एक नया वातावरण बन रहा है। क्या ये जरूरी है? भारत की मिट्टी में, भारत के लोगों के बीच, अगर हम शादी ब्याह करेंगे, तो देश का पैसा, देश में रहेगा। साथ ही कहा कि देश के लोगों को आपकी शादी में कुछ-न-कुछ सेवा करने का अवसर भी मिलेगा, छोटे-छोटे गरीब लोग भी अपने बच्चों को आपकी शादी की बातें बताएंगे।
PM मोदी ने कहा कि मैं आप सभी से लद्दाख का एक प्रेरक उदाहरण आपको बताता हूं। आपको पश्मीना शाल के बारे में पता होगा। कुछ समय पहले से लद्दाखी पश्मीना की भी चर्चा हो रही है। लद्दाखी पश्मीना लूम्स ऑफ लद्दाख के नाम से यह दुनियाभर के मार्केट में है। जिसे 450 से ज्यादा महिलाएं 15 गांव में बनाती है।
स्वच्छ भारत अभियान ने साफ-सफाई और पब्लिक प्लेस को लेकर लोगों की सोच बदली है। सूरत में एक टीम ने मिलकर प्रोजेक्ट सूरत की पहल की है। जिसके जरिए सूरत को मॉडल शहर के रूप में तैयार किया जा रहा है। जो सफाई और सतत विकास की मिसाल बने। इस प्रोजेक्ट के जरिए पहले बीच की सफाई होती थी, लेकिन अब नदी को भी साफ किया जा रहा है
Also Read: Indian navy: कतर कोर्ट ने 8 पूर्व नौसेना कर्मियों को मौत की सजा के…