India News(इंडिया न्यूज़), Pulwama Attack: आज 14 फरवरी है। यानी की पुलवामा आतंकी हमले की 5वीं बरसी। आज ही के दिन दक्षिण कश्मीर संभाग के पुलवामा जिले में CRPF काफिले पर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने निशाना बनाया था। इस हमले को भले ही 5 साल हो गए है लेकिन आज भी इस हादसे की कहानी सुनकर भारतीय लोगों की रूह काप जाती है। आज हम आतंकी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए हमारे सभी जवानों को श्रद्धांजली अर्पित करते हैं।
14 फरवरी (Pulwama Attack) सुबह जम्मू से 78 बसों से CRPF का काफिला श्रीनगर के लिए रवाना हुआ। 2500 से ज्यादा जवान इस काफिले में शामिल थे। आतंकियों के पास सेना के इस काफिले की पूरी जानकारी थी। महीनों पहले से हमले की साजिश में आतंकी साजिश कर रहे थे। उसके बाद ही साजिश को अंजाम दिया गया। जब 3 बजे काफिला पुलवामा में गुजरा तो आतंकी आदिल अहमद डार काफिले में कार लेकर घुस गया। इस कार में 100 किलो से ज्यादा विस्फोटक रखा था। हादसा इतना भयानक था कि सीआरपीएफ के 76 वें बटालियन के 40 जवान शहीद हो गए थे।
14 फरवरी ही वो दिन था जब जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर CRPF के काफीले पर आतंकियों ने हमला किया था। , जिसमें 45 भारतीय वीर सपूत शहीद हुए थे। इस दिन को तभी से ब्लैक डे के रूप में मनाया जाता है।
दरअसल, 14 फरवरी साल 2019 को जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमारे देश के वीर सपूतों के काफिले पर आतंकवादियों ने हमला किया था। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर आतंकवादी ने विस्फोटक से भरी कार से
CRPF के काफिले की बस को टक्कर मार दी थी। धमाका इतना तेज था कि बस के चिथड़ें उड़ गए थे। जिसमें 40 वीर सपूत शहीद हुए थे। मले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी।
पुलवामा हमले में 40 निर्दोष जवानों की शहादत से पूरा देश गुस्से में था, सभी को उम्मीद थी कि भारत सरकार आतंकियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी। देश को ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा. मात्र 12 दिन में भारतीय सैनिकों ने व्यूह रचना कर ली। 26 फरवरी 2019 को सुबह करीब 3 बजे भारतीय वायुसेना के 12 मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पार की और बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले में पाकिस्तान द्वारा पाले गए 300 आतंकी मारे गए। एयर स्ट्राइक में आतंकी ठिकानों पर करीब एक हजार किलो बम गिराए गए। बाद में पाकिस्तान ने बदला लेने के लिए भारत पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन पहले से तैयार भारतीय वायु सेना और सेना ने उनकी सभी योजनाओं को विफल कर दिया। भारत के इस हमले से आज भी पाकिस्तानी सेना डरी हुई है।
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