India News MP (इंडिया न्यूज), Iran Israel War: मरियम वीजमन इजराइल के PM की पहली बीवी थी। जब दोनों का प्यार परवान चढ़ा तब वो मिलिट्री सर्विस में थे। उन्हें मिकी के नाम से जाना जाता है। मरियम भी सैन्य ट्रेनिंग ले रही थीं। सैन्य बेस में जहां नेतन्याहू रहते थे, पास ही वो भी रहती थीं। कुछ ही मुलाकातों में दोनों एक दूसरे को दिल दे बैठे। सैन्य ट्रेनिंग खत्म होने के बाद दोनों आगे उच्च शिक्षा लेने के इरादे से अमेरिका चले गए। ये 1972 का समय रहा होगा।
मरियम ने वहां ब्रेंडिज में ग्रेजुएट डिग्री में दाखिला लिया। नेतन्याहू पहले कोर्नेल पढ़ने गए। फिर एमआईटी में दाखिल ले लिया। उस समय उनकी उम्र महज 23 साल थी और मरियम भी करीब इसी उम्र की थीं। युवा और परफेक्ट लगने वाला कपल था।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और उनकी पहली बीवी मरियम, जिससे उन्हें एक बेटी है। नेतन्याहू सुदर्शन व्यक्तित्व के धनी है। लंबे छरहरे युवा, लेकिन मरियम भी कहीं से कम नहीं थीं। नेतन्याहू ने कोर्नेल से आकर एमआईटी में दाखिला लिया ही इस वजह से लिया था, क्योंकि उनकी प्रेमिका मरियम अकेलापन महसूस करती थीं। उनका इरादा ये था कि दोनों पास रहेंगे और एक दूसरे के साथ ज्यादा समय बिता सकेंगे। जल्दी ही दोनों ने शादी कर ली।
1978 आते आते मरियम प्रेग्नेंट हो गईं। अब दोनों एक परिवार में नए मेहमान का इंतजार कर रहे थे। सबकुछ अच्छा चल रहा था। इसी बीच ऐसा हुआ कि नेतन्याहू के कदम बहकने लगे। वो एमआईटी की लाइब्रेरी में एक ब्रिटिश लड़की फेलर केटेस से टकराए। पहली मुलाकात बातचीत तक पहुंची। फिर और मुलाकातों और नजदीकियों के बाद प्रेग्नेंट मरियम ने नोटिस किया कि उसका पति अब घर में कम समय बिताने लगा है। कि वो ज्यादातर बाहर ही रहता है।
एक दिन मरियम को इसका पता लग ही गया. उसने खुद अपनी आंखों से देखा कि उसका “मिकी” लंबे सुनहरे बालों वाली युवती के हाथों में हाथ डाले घूम रहा है। उनके घर में खूब कलह हुई। मरियम ने फैसला किया कि अब वो साथ नहीं रहेंगी। वो उस घर से निकल गईं। अप्रैल 1978 में मरियम ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के अस्पताल में बेटी नोआ को जन्म दिया। नेतन्याहू अपनी नवजात बेटी को देखने भी नहीं आए। अलबत्ता फूलों का एक गुलदस्ता जरूर भेज दिया।
नेतन्याहू पहली शादी के बाद अमेरिका में फेलर केटेस की ओर आकर्षित हुए। इसके कारण उनकी पहली शादी टूटी। लेकिन फेलर से उनकी शादी नाकाम साबित हुई
उन्होंने उसी ब्रिटिश युवती फेलर से शादी की। हालांकि ये शादी बुरी तरह नाकाम रही। दूसरा विवाह 1981 में हुआ। शायद उनके पेरेंट्स भी खुश नहीं थे, क्योंकि ये युवती यहूदी नहीं थी। जाहिर है इसका असर बेंजामिन के उन सपनों पर पड़ सकता था, जो वो देख रहे थे।
ये शादी केवल तीन सालों में तलाक तक पहुंच गई। नेतन्याहू की तरक्की पर कोई असर नहीं पड़ा। वो इजराइल के उन युवाओं में गिने जा रहे थे, जो देश का भविष्य बन सकते हैं।1984 में वो संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के स्थायी प्रतिनिधि बनाए गए। अगले छह सालों में उन्होंने सियासी तौर पर एक मजबूत जगह बना ली। 1992 में नेतन्याहू लिकुड पार्टी से चुनकर संसद यानि कानेसेट में पहुंचे। तभी उन्हें संसद में लिकुड का नेता बना दिया गया. 1996 के चुनावों में उन्होंने पार्टी को शानदार जीत दिलाई और प्रधानमंत्री बन गए।
पारिवारिक जिंदगी में वो कुछ साल तन्हा भी रहे। दूसरी शादी टूटने के सात साल तक वो अकेले रहे। हालांकि नाम कई महिलाओं के साथ जुड़ता रहा। 1991 में उन्होंने तीसरी शादी कर ली। उनकी ये शादी भी खासी चर्चित थी अब तक इजराइल में सियासी तौर पर पहचान बना चुके थे।
बता दें कि उनकी नई पत्नी सारा बेन आर्जी थीं। सारा इजराइल की एय़रलाइंस ईएलएएल में एयरहोस्टेस थीं। दोनों की पहली मुलाकात कब और कैसे हुई, इसे लेकर कई बातें इजरायली मीडिया में चर्चित हुईं। ये भी माना जाता है कि नेतन्याहू शादी करना नहीं चाहते थे लेकिन ऐसी स्थिति बनी कि शादी करनी पड़ी, क्योंकि वो प्रेग्नेंट थीं। ऐसा भी कहा जाता है कि सारा को अंदाजा हो गया था कि नेतन्याहू आने वाले समय में इजराइल की सियासत में बहुत बड़े पद पर पहुंचने वाले हैं।
नेतन्याहू की तीसरी और मौजूदा बीवी सारा है, वो इजरायल की एयरलाइंस में एयरहोस्टेस थीं। सारा और नेतन्याहू के दो बेटे हुए हैं लेकिन सारा अक्सर इजरायल मीडिया में चर्चित रहती हैं। बता दें कि उनका नाम कई घोटालों और भ्रष्टाचार में आया है। यह कहा जाता है कि वो तेजतर्रार हैं। सारा के बच्चों का देखभाल करने वाली कई नैनीज ने खराब व्यवहार के चलते उनके खिलाफ मुकदमा भी ठोका है।
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