India News (इंडिया न्यूज), Vinesh Phogat: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ दिग्गज पहलवानों का विरोध जारी है। इस बीच विनेश फोगाट ने अपना अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया है।
फोगाट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन पुरस्कार लौटा रही हूं। मुझे इस पद पर बिठाने के लिए ईश्वर को बहुत-बहुत धन्यवाद। इस लेटर को उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर शेयर किया है । विनेश फोगाट के फैसलों पर साथी पहलवान बजरंग पुनिया ने कहा कि वह निःशब्द हैं । किसी भी खिलाड़ी को ये दिन न देखना पड़े ।
आपको बता दें कि बजरंग पुनिया ने भी पद्मश्री अवॉर्ड लौटाने का ऐलान किया है । इससे पहले साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का ऐलान किया था । विनेश फोगाट ने क्या लिखा? विनेश फोगाट ने लिखा, “माननीय प्रधान मंत्री जी, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री लौटा दिया है। आप देश के मुखिया हैं, इसलिए यह बात आप तक भी पहुंची होगी। मैं विनेश फोगाट, आपके घर की बेटी हूं।” और मैं यह पत्र आपको उस स्थिति के बारे में बताने के लिए लिख रहा हूं जिसमें मैं पिछले एक साल से हूं। अब तक क्या हुआ?
दरअसल, गुरुवार (21 दिसंबर) को बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के बेहद करीबी संजय सिंह ने WFI के अध्यक्ष पद का चुनाव जीत लिया था । इसके विरोध में शुक्रवार (22 दिसंबर) को बजरंग पुनिया ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर पद्मश्री लौटाने का ऐलान किया था । जब पूनिया ने पीएम मोदी से मिलने और उन्हें पत्र सौंपने के लिए संसद पहुंचने की कोशिश की, तो उन्हें ड्यूटी पर मौजूद दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने रोक दिया। इसके बाद उन्होंने पद्मश्री को सड़क पर रख दिया।
रियो ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने गुरुवार को भावुक होकर अपने जूते टेबल पर रखकर संन्यास की घोषणा की थी और कहा था, ‘हम पूरे मन से लड़े, लेकिन अगर बृजभूषण सिंह का कोई करीबी डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष चुना गया है, तो मैं कुश्ती छोड़ देती हूं।’
हालांकि, अंडर-15 और अंडर-20 राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के आयोजन की जल्दबाजी में घोषणा के आरोपों के बाद खेल मंत्रालय ने रविवार (24 दिसंबर) को WFI को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया था।
Read More: