India News (इंडिया न्यूज़), Indore News: मध्य प्रदेश में इंदौर से हैरान कर देने वाला सामने आया है। जहां अस्पताल में हड्डी रोग विभाग के डाक्टर ने शनिवार को एचआइवी संक्रमित को थप्पड़ मारा। क्योंकि मरीज ने एचआइवी संक्रमित होने का सच कथित रूप से छिपाया था। घटना का वीडियो वायरल होने के बाद संभागायुक्त माल सिंह के निर्देश पर डाक्टर को संसपेंड कर दिया गया।
बता दें कि शुक्रवार की रात उज्जैन का 44 वर्षीय मरीज सड़क हादसे में घायल हो गया। स्वजन ने उसे उज्जैन के अस्पताल में भर्ती कर दिया, वहां से शनिवार को एमवाय अस्पताल के लिए रेफर किया गया। मरीज के सीधे पैर की हड्डी टूट गई थी और पैर में घाव था। इसकी ड्रेसिंग और इलाज आकस्मिक चिकित्सा विभाग में जूनियर डा. आकाश कौशल द्वारा किया जा रहा था। मरीज दोपहर ढाई बजे से अस्पताल में भर्ती था, लेकिन मरीज और स्वजन ने HIV वाली बात डाक्टरों को नहीं बताई थी।
वहां मौजूद अन्य डाक्टर भी तमाशा देखते रहे, फिर बाद में डाॅक्टर को मारने से रोका और समझाकर रवाना किया। महीज के परिजन ने बताया कि हमने डाॅक्टर से बीमारी के बारे में कोई बात नहीं छिपाई थी। हमने पहले ही फाइल दे दी थी, लेकिन उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। डाॅक्टर तो मरीजों की सहायता के लिए होते हैं, लेकिन इस तरह का दिर्व्यवहार करना ठीक नहीं है।
साथ ही बता दें कि मरीज अभी भी अस्पताल में भर्ती है। इस मामले में एमवाय अस्पताल के डाक्टरों का कहना है कि अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज, डाॅक्टर और स्टाफ को भी संक्रमण का खतरा हो गया है। जब संक्रमण की जानकारी छुपाने पर आपत्ति ली गई तो विवाद करने लगे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
संभागायुक्त माल सिंह के निर्देश पर डीन डॅा.संजय दीक्षित ने जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई। इसमें अस्थि रोग विभागाध्यक्ष डॅा.आनंद अजमेरा को अध्यक्ष और सर्जरी विभाग के डॅा. अंकित चुरमा और मेडिसिन विभाग के डॅा.अमन यादव को सदस्य बनाया गया है। यह जांच समिति तीन दिनों में रिपोर्ट तैयार कर सौंपेगी। जूनियर डाॅक्टर को संसपेंड कर दिया है।
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