मध्यप्रदेश के बड़वानी जिलें के आदिवासी बालिका हॉस्टल में बच्चियां सुरक्षित नहीं है। भरपेट खाना नहीं दिया जाता। हॉस्टल वार्डन द्वारा आदिवासी बच्चियों पर जातीय भेदभावपूर्ण टिप्पणी करना भी गंभीर विषय है। सरकार और बड़वानी जिला प्रशासन इस मामले का संज्ञान लें, मांग है। @ChouhanShivraj pic.twitter.com/eDhJDbnFYy
— Tribal Army (@TribalArmy) November 2, 2022
सोशल मीडिया पर ट्राइबल आर्मी नाम के यूजर ने हॉस्टल की बालिकाओं का यह वीडियो शेयर करते हुए प्रशासन से इस पर संज्ञान लेने की अपील की हैं। मध्यप्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार का यह पहला मामला नहीं है अभी बीते दिनों ऐसे ही कई मामले सामने आ चुके है। विदिशा में पिछले दिनों एक स्कूल की टीचर ने अभद्रता की थी।
विदिशा (मध्यप्रदेश) में आदिवासी छात्रों से सरकारी स्कूल के टीचर ने कहा तुम आदिवासियों के शरीर से बदबू आती है, स्कूल मत आया करो,
तब उन आदिवासी छात्रों ने स्थानीय मदरसा में नाम लिखा लिया और पढ़ाई करने लगे, उस मदरसा में पढ़ने वाले आधे छात्र ग़ैर मुस्लिम है…@DukeDhump pic.twitter.com/1aaATKi6Ew— AbuSara🔻 (@007AliQaQa) October 30, 2022
इससे पहले भी एक मामला सामने आ रहा है। जिसमें दमोह जिले के देवराँन में दबंगों ने दलित परिवार पर अन्धाधुन्ध फायरिंग की और फिर पत्थर से कुचलकर तीन लोगों की हत्या कर दी।
1. मध्यप्रदेश में भी दलित व आदिवासी समाज पर अत्याचार लगातार जारी। आज ही दमोह जिले के देवराँन में दबंगों ने दलित परिवार पर अन्धाधुन्ध फायरिंग की और फिर पत्थर से कुचलकर तीन लोगों की हत्या कर दी। बाकी घायलों ने भागकर जान बचाई। इस हृदयविदारक घटना की जितनी निन्दा की जाए वह कम। 1/2
— Mayawati (@Mayawati) October 25, 2022