Indore: इंदौर के एमवाय अस्पताल के ब्लड बैंक में काम करने वाले एक कर्मचारी ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। उस र्कमचारी को छह महीने से सैलरी नही मिली थी। इसे लेकर उसने करीब दो महीने पहले लेबर कोर्ट में केस भी कियाथा। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

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आजाद नगर थाना क्षेत्र के भील कालोनी में रहने वाले गौरव ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। बुधवार रात में जब मां घर आई तो बेटे को फंदे पर लटके देखा। जानकारी मिली है कि गौरव को छह महीने से वेतन नहीं मिला था। जिसके चलते वह कुछ दिनों से तनाव में चल रहा था। उनके छोटो भाई नेआरोप लगाते हुए बताया कि गौरव कई सालों से एमवाय अस्पताल के ब्लड बैंक में नौकरी करता था। यहां सैंपल लेने का काम करता था। करीब छह महीने से उसका वेतन रुका हुआ था।

जब उसने वेतन को लेकर बात की तो सैलरी भोपाल से आने की बात कही गई। गौरव ने परेशान होकर लेबर कोर्ट में केस कर दिया था। इसके बाद से प्रबंधन ने उसे नौकरी पर आने से रोक दिया था। इसे लेकर वह परेशान रहता था। वहीं छोटा भाई गैस कंपनी में नौकरी करता है।

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नियमित आ रहा वेतन

जब पुलिस ने ब्लड बैंक के इंचार्ज डा. अशोक यादव से पुछताछ करी। तब उनका कहना है कि गौरव तराड़ नाम का कोई भी कर्मचारी ब्लड बैंक में काम नहीं करता है। आगे उन्होंने कहा कि मेडिकल कालेज से नियमित वेतन आ रहा है। वहीं एमवाय अस्पताल में सफाई और सुरक्षा का काम देखने वाली यूडीएस के इंचार्ज जीतू शिखर ने भी कहा कि इस नाम का कोई कर्मचारी उनके यहां काम नहीं करता है।

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