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Diwali 2023: क्या होते हैं Green Crackers, वातावरण के लिए कितने हैं सुरक्षित

• LAST UPDATED : November 4, 2023

India News (इंडिया न्यूज़) Diwali 2023: रोशनी और खुशियों का त्योहार दिवाली नजदीक है और लोग पहले से ही अपने घरों की साफ-सफाई से लेकर नए कपड़े खरीदने तक की तैयारियों में व्यस्त हैं। दिवाली सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है जिसे पूरे भारत में बहुत धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है।

हरित पटाखे क्या हैं?

हरित पटाखे वातावरण को न बराबर प्रदूषण फैलाते हैं क्येंकि इनमें बेरियम  नहीं होते हैं जो एक ऑक्साइड है और हवा को प्रदूषित करता है। हरित पटाखे जलाने से Water vapor बनता है। जिससे निकलने वाली धूल की मात्रा कम हो जाती है। हरे पटाखे 110 से 125 डेसिबल के बीच आवाज उत्पन्न करते हैं, जबकि पारंपरिक पटाखे लगभग 160 डेसिबल की आवाज पैदा करते हैं, जिससे वे पारंपरिक पटाखों की तुलना में लगभग 30 प्रतिशत कम शोर करते हैं।

ग्रीन पटाखों की पहचान कैसे करें?

हरे पटाखों की पहचान CSIR-नीरी और पीईएसओ के विशिष्ट हरे रंग के लोगो और एक QR कोड द्वारा की जा सकती है।

ग्रीन पटाखों की भी तीन श्रेणियां हैं।

SWAS (सेफ वॉटर रिलीजर): यह धूल को कम करने के लिए वायुमंडल में जल वाष्प छोड़ता है। यह 30% कम कण बनाता करता है और इसमें सल्फर या पोटेशियम नाइट्रेट नहीं होता है।
STAR (सुरक्षित थर्माइट क्रैकर): इसमें कोई पोटेशियम नाइट्रेट या सल्फर नहीं होता है, यह कम कण बनाता करता है और आवाज कम करता है।
SAFAL: इसमें एल्यूमीनियम का न्यूनतम और मैग्नीशियम का अधिक उपयोग होता है। यह पारंपरिक पटाखों की तुलना में कम शोर पैदा करता है।

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