India News UP (इंडिया न्यूज), Health Tips: देश में भीषण गर्मी के प्रकोप के बाद अब मॉनसून का सुहाना मौसम आ रहा है। जो गर्मी के प्रहार से राहत तो देगा ही लेकिन साथ ही नई बीमारियो को भी जन्म देगा। बच्चों की गर्मियों की छुट्टियां भी खत्म होने को है, ऐसे मे वह स्कुल जाएंगे और बारिश के सम्पर्क में आएंगे, इसलिए उन्हें बिमारियों से बचाना जरूरी हो जाता है। आइए देखते है मॉनसून में कैसे करना है बचाव।
बारिश के पानी में बच्चों को खेलना, नहाना और नाव बनाकर तैराना बहुत अच्छा लगता है। बारिश का पानी कई तरह से बीमारी पैदा कर सकता है। बारिश मे भीगने से बुखार, फ्लू, स्किन इन्फेक्सन और एलर्जी होने का खतरा रहता है। बारिश में भीगे कपड़े व जूते को अगर ज्यादा देर तक पहना जाए तो उससे फंगल व बैक्टेरियल इन्फेक्सन होने की आशंका रहती है।
इन बीमारियों से बचने का उपाय सरल है। बारिश में कम से कम बाहर निकला जाए, जाना जरूरी हो तो रेनकोट व वाटरप्रूफ जैकेट का प्रयोग किया जाए।
पानी से मोजे का गीला होना आम बात है जो स्किन इन्फेक्सन का कारण बन सकता है। इसके बचाव के लिए एक जोड़ी मोजे अपने साथ रखे जो काम आ सकता है।
मॉनसून का मौसम मछरों के पैदा होने का मौसम होता है। बारिश का पानी गड्ढों मे जमा हो जाता है, जिसमें मछर पैदा होते है। मछरों और कीड़े-मकोड़ो से डेंग्यू, टॉयफाइड, कॉलरा व मलेरिया जैसी खतरनाक बीमारियां होती हैं।
इन जानलेवा बिमारियों से बचाने के लिए आस-पास पानी न जमा होने दें। डेंग्यू एडीज मछर के काटने से होता है। यह शाम के समय काटता है, इसलिए शाम के समय घर से निकलने से बचें। सोते समय मछरदानी आदी का प्रयोग करें।
बारिश के समय हवाओं मे कई तरह के कीटाणु और बैक्टीरिया रहते है। बाहर के खुले खाने मे ये कीटाणु फूड प्वाइजनिंग जैसी कई बीमारियों को न्योता देते है। खुदको और बच्चों को बाहर के खाने से बचाकर रखनें से इन बीमारियों से बचाव संभव है।