India News MP (इंडिया न्यूज), MP Syllabus: मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने एक महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने कहा कि राज्य के शिक्षा पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी विनायक दामोदर सावरकर के बारे में पढ़ाया जाएगा। यह फैसला इसलिए लिया गया क्योंकि बीते वर्षों में केवल एक ही परिवार का गुणगान किया गया और देश की आजादी में योगदान देने वाले अन्य महापुरुषों को नजरअंदाज किया गया।
कांग्रेस पर साधा निशाना
परमार ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि विदेशी आक्रांता अकबर को महान बताया गया, लेकिन महाराणा प्रताप को नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि इतिहास को तोड़ा-मरोड़ा गया और सिर्फ एक ही परिवार का गुणगान किया गया। जबकि, वीर सावरकर जैसे निडर स्वतंत्रता सेनानियों को नजरअंदाज किया गया, जिन्हें अंग्रेजों ने दो बार आजादी के लिए आजीवन कारावास की सजा दी थी।
इतिहास में देश को गरीब बताया गया
उच्च शिक्षा मंत्री ने इस बात पर भी जोर दिया कि इतिहास में देश को गरीब बताया गया, जबकि वास्तव में यह धनवान और सम्पन्न था। इसलिए ही लुटेरे और आक्रांता इसपर कब्जा करने आए। उन्होंने कहा कि गुरु गोविंद सिंह के दो बच्चों को 7 और 9 साल की उम्र में दीवार में चुनवा दिया गया, लेकिन कांग्रेस ने उनके बलिदान को किताबों में शामिल नहीं किया।
अब गलती सुधारि जाएगी (MP Syllabus)
परमार ने कहा कि अब इतिहास में जो गलत तथ्य दर्ज किए गए हैं, उन्हें सही किया जाएगा। उदाहरण के तौर पर, सिकंदर को ‘विश्व विजेता’ कहना गलत है, क्योंकि वह भारत में पराजित हो गया था। इसी तरह, अकबर को ‘महान’ कहना भी गलत है, क्योंकि वह एक विदेशी आक्रांता था।
मंत्री के मुताबिक, नए पाठ्यक्रम में स्वतंत्रता संग्राम के महानायकों और देश की सम्पन्न विरासत को उचित स्थान दिया जाएगा। इस कदम से छात्रों को इतिहास के सही पहलुओं से अवगत कराया जा सकेगा और उन्हें गौरवशाली विरासत से जोड़ा जा सकेगा।
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