होम / Coaching Centre: कोचिंग सेंटरों की जांच में खुली पोल, बच्चों के बैठने की जगह नहीं, वेंटिलेशन की भी कमी

Coaching Centre: कोचिंग सेंटरों की जांच में खुली पोल, बच्चों के बैठने की जगह नहीं, वेंटिलेशन की भी कमी

• LAST UPDATED : August 1, 2024

India News MP (इंडिया न्यूज़), Coaching Centre: दिल्ली में हुए कोचिंग सेंटर हादसे के बाद मध्य प्रदेश के दमोह में भी कोचिंग सेंटरों की जांच की जा रही है। जांच के दौरान कई सेंटरों में गंभीर कमियां पाई गईं। कई जगहों पर क्षमता से अधिक बच्चों को बैठाया जा रहा है और वेंटिलेशन की सुविधा भी नहीं थी। यहां तक कि हालत इतनी बुरी है की जांच करने गए SDM को भी सांस लेने में दिक्क्त होने लगी।

कई जगहों का दौरा किया

बुधवार शाम दमोह शहर के कोचिंग सेंटरों की जांच के लिए अधिकारियों की टीम ने कई स्थानों का दौरा किया। टीम में शामिल SDM आर एल बागरी, तहसीलदार मोहित जैन और अन्य अधिकारियों ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि कई सेंटरों में बच्चों की संख्या अधिक थी और वेंटिलेशन की व्यवस्था नहीं थी।SDM बागरी ने बताया कि एक कोचिंग सेंटर में छोटी सी जगह में कई छात्रों को बिठाया गया था, जिससे उन्हें भी सांस लेने में कठिनाई हुई।

इन क्षेत्रों में कोचिंग सेंटर की जांच

जांच के दौरान टीम ने गायत्री गेट और टंडन बगीचा क्षेत्र में संचालित कोचिंग सेंटरों का जायजा लिया। इन कोचिंग सेंटरों में क्षमता से अधिक छात्रों को बिठाया जा रहा था और एक हॉल में 250 से 300 बच्चे मौजूद थे। अधिकांश सेंटरों पर केवल एक दरवाजा था और पहली या दूसरी मंजिल पर जाने के लिए बेहद पतली सीढ़ियां बनी हुई थीं। इस हालत में अगर कोई हादसा हो जाए तो बड़ी वह बड़ी दुर्घटना में बदल सकता है।

सेंटरों में वेंटिलेशन की कमी

SDM बागरी ने बताया कि निरीक्षण के दौरान अधिकांश सेंटरों पर वेंटिलेशन की कमी पाई गई। उन्होंने कहा कि नगर पालिका द्वारा भी अनुमति देखी जा रही है। इस दौरान अधिकारियों ने कोचिंग सेंटर संचालकों को नोटिस जारी किए हैं और उनसे तुरंत सुधार के निर्देश दिए हैं।

इस जांच की वजह कोचिंग सेंटरों में सुरक्षा को सही करना और बच्चों की सुरक्षा को सबसे पहले रखना है। अधिकारियों ने कोचिंग सेंटर संचालकों को कहा है कि वे तुरंत सुधार करें ताकि भविष्य में कोई हादसा न हो।

Also Read: