India News (इंडिया न्यूज़), Damoh hijab controversy, दमोह: मध्यप्रदेश में इस समय शिवराज सरकार लवजिहाद और धर्मांतरण के मुद्दें पर काफी सख्त नजर आ रहे है। विशेषकर तब से जब दमोह हिजाब मामला सामने आया है।इसी मामले में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी का बयान भी सामने आया था। जिसमें उन्होंने स्कूल पर की गई कार्रवाई को गलत करार किया था। जिसस पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पलटवार किया है।
बता दें कि नरोत्तम मिश्रा ने औवेसी पलटवार करते हुए कहा कि प्रदेश में अगर कोई धर्मांतकरण का करेग तो उस पर कड़ी कार्रवाही की जाएगी। आगेल उन्होंने कहा कि ओवैसी ने कभी साक्षी और श्रद्धा पर बयान नहीं दिया है। क्योंकि वे जाति की राजनीति करते हैं। ओवैसी की मानसिकता देखिए, प्यार जैसे शब्दों में कबाब लेकर आए हैं। सवाल लव का नहीं जिहाद का है। जब एक और एक मिलते हैं तो दो हो जाते हैं। लेकिन जिहाद में अगर एक और एक मिल जाए तो एक ही मिलता है दूसरे के 35 टुकड़े हो जाते है।
नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि आईएएस अधिकारी नियाज़ खान से ओवैसी जैसे लोगों को यह समझ लेना चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी जी जैसे लोग अगर IAS अधिकारी नियाज़ खान जैसे पढ़े-लिखे लोगों की बातों का अध्ययन कर लें। तो शायद इनके भी दिमाग के जाले साफ हो जाएंगे। उन्होंने किताब भी लिखी है, लेकिव वो अध्ययन नहीं करेंगे।
दरअसल बीते दिनों मध्यप्रदेश के दमोह जिले में गंगा जमुना स्कूल पर हुए शिवराज सरकार के एक्शन को असदुद्दीन ओवैसी ने गलत बताया था। ओवैसी ने कहा था कि जिले के एसपी और कलेक्टर ने सही तथ्यात्मक रिपोर्ट सौंपी थी। लेकिन सीएम शिवराज भरोसा करने को तैयार नहीं है। स्कूल प्रबंधन एक खास तबके से जुड़ा है, इसलिए उनको निशाना बनाया गया है। स्कूल ने प्रचार किया था कि हमारी बेटी अच्छे अंकों से पास हुई है, जिसमें लड़कियों ने स्कार्फ पहन रखा था। लेकिन सीएम ने कहा कि हम आपको जबरन स्कार्फ नहीं पहनने देंगे।
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