India News (इंडिया न्यूज़), congress candidate list, भोपाल: मध्य प्रदेश में जारी भाजपा और कांग्रेस की यात्राओं के बीच अब लगने लगा है कि चुनाव बहुत नजदीक है। इस बीच सियासी दलों को टिकिटों का बंटवारा बड़ी मुसीबत बन सकता है। भाजपा ने अपनी एक सूची जारी की तो जन आशीर्वाद यात्रा और उससे पहले भी पार्टी को अपनी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं के गुस्से को झेलना पड़ा।
भाजपा में शुरुवाती दौर में ही अंदर काफी खलबली मची हुई है। तो कांग्रेस ने अब तक कोई उम्मीदवार घोषित नही किया है। लेकिन मुसीबत कांग्रेस को भी कम नही होने वाली जिसके संकेत जनाक्रोश यात्रा में देखने को मिले है।
दरअसल, कांग्रेस की जन आक्रोश यात्रा पिछले दो दिनों से दमोह जिले में है। इस यात्रा का नेतृत्व कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव कर रहे हैं। जिले में बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता यात्रा में भाग ले रहे हैं और यह संख्या जनता से आक्रोश जाहिर कराने की बजाए टिकिटों की दावेदारी और शक्ति प्रदर्शन ज्यादा नजर आ रहा है।
दरअसल, पतरिया सीट से बसपा के वरिष्ठ विधायक रणभाई सिंह विधायक हैं। 2018 के चुनाव में कांग्रेस यहां चौथे स्थान पर रही थी. हालांकि कांग्रेस ने राज्य में सरकार तो बना ली, लेकिन सीट चुनाव में पार्टी को बड़ा झटका लगा। इसका एक कारण यह भी था कि कांग्रेस के बागियों ने कांग्रेस के लिए यह स्थिति पैदा कर दी थी. समय के साथ, जो लोग उनके खिलाफ चुनाव लड़े वे फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए और अब प्रमुख उम्मीदवार हैं।
कांग्रेस नेता अरुण यादव जब यहां पहुंचे तो सभी प्रत्याशियों ने अपनी ताकत दिखाई और कुछ देर के लिए यह बैठक टिकट के लिए आवेदन दाखिल करने का मंच बन गई। फिर पूर्व मंत्री को मंच पर सभी उम्मीदवारों को पंक्तिबद्ध करना पड़ा और अपने कर्मचारियों से माइक्रोफोन के माध्यम से पूछना पड़ा कि क्या ये सभी उम्मीदवार हैं, क्या वे स्थानीय उम्मीदवार चाहते हैं या पार्टी पहले किसी को टिकट देगी फिर मामला शांत हुआ।
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