सीधी। shame on humanity: मध्यप्रदेश के जिले में मानवता उस वक्त शर्मसार हो गई। जब मृतक के शव को परिजनों को ठेले में रखकर अपने घर तक ले जाना पड़ा। मामला सीधी जिले के जिला अस्पताल का है जहां पर अशोक कोल निवासी ग्राम बम्हनी की मौत हो गई थी।
जिसको मौत के बाद उसे उसके निवास स्थान डेनिया तक ले जाना था लेकिन घंटों इंतजार करने के बाद भी शव वाहन नहीं मिला।
मृतक की संदिग्ध परिस्थितियों में हो गई थी। जिसके चलते परिवार को शव को ले जाने के लिए शव वाहन की जरूरत थी। लेकिन मौत के करीब 4 घंटे बीत जाने के बाद भी परिवार को शव के लिए एंबुलेंस नहीं मिली। जब मजबूरी में परिजनों को शव को ठेले में रखकर 2 किलोमीटर का सफर तय करना पड़ा। जिला अस्पताल से डेनिया की दूरी लगभग 2 किलोमीटर है। जो बीच बाजार से होकर गुजरती है। जहां शव को ठेले मे रखकर परिजन ले जाते हुए दिखाई दिए।
गौरतलब है कि यह एमपी का पहला मामला नहीं है। ऐसे ही कई मामले पहले भी कई बार देखने को मिल चुके है। जिससे पता चलता है कि प्रदेश में स्वास्थय सुविधाएं पर ध्यान देने की जरूरत है। इस घटना को मद्देनजर रखते हुए प्रदेश सरकार को इसका कोई समाधान निकालना चाहिए, क्योंकि यह एक गंभीर समस्या है।