सरकारी शिक्षक ने एक बच्चे को चप्पल से पीटाई कर दी जिसके बाद गांव में बवाल खड़ा हो गया । बच्चा अनुसूचित जाति वर्ग का था, जिसके कारण भीम आर्मी भी बीच में आ गयी। गांव भर के लोगों ने शिक्षक के खिलाफ जुलूस निकाला और पूरा गांव में भ्रमण कराया। साथ ही शिक्षक द्वारा सार्वजनिक रूप माफीनामा पढ़वाया गया।
मामला बालाघाट जिले के लांजी तहसील अन्तर्गत मनेरी गांव का है। जानकारी अनुसार 19 अप्रैल की रात को ग्रामीणजन गांव में ही सर्कस का आनंद लें रहें थे। तभी 10 वर्षीय बालक का पैर शिक्षक शिवनारायण दहीकर को लग गया । इस बात को लेकर शिक्षक ने बच्चे की चप्पल से पिटाई कर दी । बात देर रात की थी तो दुसरे दिन पीड़ित बालक के परिवार वाले और बौद्ध समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की और मौके पर पहुंची पुलिस से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है। वहीं परिजनों ने इसकी जानकारी भीम आर्मी संगठान को दी ।
भीम आर्मी संगठन के कार्यकर्त्ता गांव पहुंचे जहां गांव मनेरी के सम्राट अशोक बौद्ध विहार परिसर में एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें शिक्षक शिवनारायण दहीकर को परिवार, समाज और भीम आर्मी संगठन ने उन्हें दोषी माना है। पीडि़त बालक के परिजन सहित करीब एक सैकड़ा से अधिक लोगों की उपस्थिति में माफीनामा लिखा गया है। साथ ही साथ शिक्षक से सार्वजनिक रूप से माफीनामा पढ़वाया गया है। शिक्षक द्वारा भविष्य में इस प्रकार की कोई घटना नहीं करने की शपथ दिलाई गई है।