India News (इंडिया न्यूज़), Bhopal News: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के एक बालिका गृह से गायब हुई 26 बच्चियों में से 10 का पता लगा लिया गया है और जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। उन पर कार्रवाई की गई है। इस लापरवाही के सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने इस मामले में तत्काल एक्शन लेने की बात कही।
पूर्व सीएम शिवराज सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है। मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। वहीं, देर शाम भोपाल कलेक्टर ने तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र में बिना अनुमति संचालित बालगृह से 26 बालिकाओं के गायब होने का मामला मेरे संज्ञान में आया है।
मामले की गंभीरता तथा संवेदनशीलता को देखते हुए सरकार से संज्ञान लेने एवं त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) January 6, 2024
कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कहा कि बालिका गृह से गायब 10 बच्चियां अयोध्या नगर क्षेत्र की रहने वाली हैं। बता दें कि ये लड़कियां मध्य प्रदेश, राजस्थान, झारखंड और गुजरात की हैं। कुल 68 लड़कियों में से बालिका गृह में 41 ही मिली हैं। बाकी लड़कियां कहां है इसका कोई रेकॉर्ड नहीं है। इस मामले में बाल आयोग ने मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव वीरा राणा से जांच रिपोर्ट 7 दिन में मांगी है।
इस मामले में जिन अधिकारियों की लापरवाही सामने आई है। उनमें सीडीपीओ बृजेन्द्र प्रताप सिंह, सीडीपीओ कोमल उपाध्याय को सस्पेंड कर दिया गया है। बताया जा रहा है कि जो बच्चियां गायब हुई उनकी उम्र 6 से 18 साल के बीच है। इनमें से अधिकांश बच्चियां हिंदू हैं। साथ ही यह बात भी सामने आई है कि बालिका गृह मान्यता प्राप्त नहीं है, ये बिना लाइसेंस के ही चलाा जा रहा था।
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