India News(इंडिया न्यूज), Bhopal News: डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे न्याय यात्रा लेकर आज सोमवार को भोपाल पहुंच गई है। यहां डिप्टी कलेक्टर की न्याय यात्रा CM हाऊस के लिए आगे बढ़ रही थी, कि बोर्ड ऑफिस चौराहा पर पुलिस ने उन्हें रोक लिया। इस दौरान झिनाझपटी में निशा बांगरे के कपड़े भी फट गए। वहीं उनके हाथों में मौजूद संविधान का फोटो भी फट गया। भोपाल पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उन्हें धारा 151 के तहत जेल भेजा गया है। निशा बांगरे ने अपने इस्तीफे की मांग को लेकर बैतूल जिले के आमला से भोपाल तक की पैदल न्याय यात्रा शुरु की थी।
बता दें कि इस न्याय यात्रा के दौरान कई रातें निशा बांगरे ने खुले आसमान के नीचे बिताई हैं। सारणी में डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने मीडिया से चर्चा में बताया था कि न्याय यात्रा को रोकने के लिए उनके साथियों को धमकी दी जा रही है। गोली मारने के साथ ट्रक और डंपर से कुचलने की धमकी भी दी जा रही है।
बता दें कि आमला में सर्व-धर्म शांति सम्मेलन में भाग लेने की अनुमति न देने के बाद डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे ने 27 जून को अपने पद से त्यागपत्र दे दिय था, जिसे शासन द्वारा स्वीकार नहीं किया गया है। निशा बांगरे का कहना है कि तरह-तरह के पेंच लगाकर उन्हें न्याय से वंचित किया जा रहा है। कोर्ट में भी उनके खिलाफ गलत जानकारी प्रस्तुत की जा रही है।
साथ ही बता दें कि भोपाल पुलिस अधीक्षक महावीर सिंह मुजाल्दे ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अभी वे गर्वमेंट जॉब में हैं। शासकीय सेवक होने के नाते उन्हें इस तरह का कृत्य नहीं करना था। आम रोड है, इतना व्यस्त है उस पर बैठ गईं। हमने उनसे पूछा कि आप 100-150 लोगों के साथ है, आपने रैली निकालने की अनुमति ली या नहीं। तो उन्होंने कोई अनुमति नही ली व हठधर्मिता दिखाते हुए रोड पर बैठ गईं।
Also Read: MP Election 2023: MP में कौन होगा BJP का CM उम्मीदवार,…
Code of Conduct: आचार संहिता लागू होने के बाद राजनीतिक पार्टियों…