India News (इंडिया न्यूज़),Bhopal News: एमपी ने टाइगर स्टेट के साथ अब तेंदुआ स्टेट का खिताब एक बार फिर बरकरार रखा है। केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्द्र यादव ने 29 फरवरी, 2024 को नई दिल्ली में भारत में तेंदुओं की स्थिति पर एक रिपोर्ट जारी की गई है।
बता दें कि एक बार फिर देश में सबसे ज्यादा तेंदुए एमपी में ही है। साल 2018 में देॆश में सबसे ज्यादा तेंदुए एमपी है। इस वजह से एमपी को तेंदुआ स्टेट का दर्जा मिला था। प्रदेश में तेंदुओं की संख्या बढ़कर 3907 हो गई है। यह आंकड़े साल 2022 की गणना के अनुसार है।
इससे पहले साल 2018 में प्रदेश में तेंदुओं की संख्या 3421 थी। एमपी में चार साल में 486 तेंदुए बढ़े हैं। वन्य प्राणियों की गणना राष्ट्रीय स्तर पर हर चार साल में होती है। कई बार इसके आंकड़े जारी करने में एक से दो साल का और अतिरिक्त समय लग जाता है। इस बार जो आंकड़े दिये गए हैं वे साल 2022 की गणना के आधार पर हैं। टाइगर रिजर्व या सबसे अधिक तेंदुए की आबादी वाले स्थानों में आंध्रप्रदेश के श्रीशैलम में नागार्जुन सागर और इसके बाद मध्यप्रदेश में पन्ना और सतपुड़ा है।
प्रदेश में तेंदुओं की संख्या 3907 (वर्ष 2018 में 3421), महाराष्ट्र में तेंदुओं की संख्या 1985 ( वर्ष 2018 में 1,690), कर्नाटक में तेंदुओं की संख्या 1879 (वर्ष 2018 में 1,783) और तमिलनाडु में तेंदुए की संख्या 1070 ( वर्ष 2018 में 868) हैं।
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