बुरहानपुर: (unique wedding in burhanpur) बुरहानपुर जिले में अनूठी शादी देखने को मिली यंहा लड़के वाले लड़की देखने आये थे किंतु शादी कर दुल्हन ही साथ ले कर चले गए। इसे कहते है ‘चट मंगनी पट ब्याह’ लड़का और लड़की ने सगाई के लिए सुबह एक दुसरे को देखा और शाम में ही शादी कर ली, इतनी जल्दी शादी करने का था की उद्देश्य अनावश्यक खर्च ना हो।
सुबह रिश्ता तय हुआ और उसी दिन शाम में कर ली शादी
बुरहानपुर जिले में चट मंगनी पट ब्याव की कहावत चरितार्थ हुई है, दरअसल लोहार समुदाय के महेश जिन्होंने अपने लिए लड़की देखी और जिस दिन पसंद की उसी दिन मंगनी (सगाई) की रश्म होनी थी लेकीन उनके परिजनों और समाजजनों की सहमति से सुबह रिश्ता तय हुआ और उसी दिन शाम में शादी कर ली।
दहेज प्रथा को पूर्ण रूप से बंद कर पेश किया उदाहरण
समाजजनों की सहमति से लडके के पिता सुरेश नवग्रह व माता शोभा बाई और लड़की के माता व पिता माया पति रमेश बागुल ने सादगी से शादी करवा कर अनावश्यक खर्च पर लगाम और दहेज प्रथा को पूर्ण रूप से बंद का उदाहरण पेश किया है।
अनावश्यक खर्च को टालने के लिए सगाई वाले दिन ही कर ली शादी
वहीं आर्य क्षत्रिय लोहार समाज के अध्यक्ष अनिल नवग्रह ने बताया कि दोनों पक्षों को रिश्ता पसंद आ गया था और युवक-युवती ने भी हां कर दी। ऐसे में दोनों पक्षों ने आपसी बातचीत के बाद शादी में होने वाले अनावश्यक खर्च को टालते हुए सगाई वाले दिन ही सादगी से शादी करने का निर्णय लिया।
समाज में पहली बार देखने में आया है ऐसा विवाह
परिजनों ने युवक महेश और युवती योगिता की रजामंदी के बाद बकायदा रीति रिवाज के साथ चट मंगनी पट ब्याव कर दिया। शादी में ना दहेज लिया न ही किसी प्रकार की मांग की गई। वही लड़की के मामा महेश वानखेड़े और मामी सोनाली वानखेड़े ने भी उनके विवाह कराने में सहयोग किया। बता दें कि ऐसा विवाह समाज में पहली बार देखने में आया हैं।