India News (इंडिया न्यूज़), Jaat Mahakumbh: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में आज जाट महाकुंभ का आयोजन किया गया था। जिसमें पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और फिर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी शामिल हुए। इस आयोजन पर मुख्यमंत्री द्वारा वीर तेजाजी बोर्ड का गठन करने की घोषणा की गई। साथ ही तेजादशमी के दिन ऐच्छिक अवकाश का भी ऐलान किया गया।
इस मौके पर जाट समाज के लोगों ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ओर से 10 टिकट की मांग रखी। जिसके जवाब में मुख्यमंत्री ने ना कह दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं झूठ नहीं बोलूंगा, यह मेरे बस का नहीं है। लेकिन हम पार्टी तक बात जरुर पहुंचाएंगे।
कांग्रेस नेता ने जाट समाज से आने वाले विधानसभा में सहयोग मांगते हुए कहा कि ये वीरों का महाकुंभ है। मैनें आपकी मांगे सुनी है और की गई घोषणाएं भी सुनी है। मैं घोषणा मशीन नहीं हूं। इसलिए घोषणाएं नहीं करता। घोषणा करना आसान होता है। मैं आपको अगले सम्मेलन में हिसाब दूंगा। मैं क्रियान्वयन में विश्वास रखता हूं।
बता दें कि इस मौके पर जाट समाज के बड़े नेता भी शामिल हुए हैं। अखिल भारतीय जाट महासभा के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह जाट, आरक्षण संघर्ष समिति के यशपाल मलिक, इंडियान नेशनल लोकदल के अध्यक्ष अभय चौटाला, राजस्थान के पूर्व मंत्री रामनारायण डूडी, पूर्व सांसद बद्री लाल जाखड़, मध्यप्रदेश के सांसद राव उदय प्रताप सिंह,केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान, कैलाश चौधरी, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल, शामिल हुए।
मध्यप्रदेश में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड का गठन किया जाए, तेजादशमी के दिन सरकारी छुट्टी घोषित की जाए, केंद्र की भर्ती परीक्षाओं में जाट समाज को ओबीसी के तर्ज पर आरक्षण दिया जाए और जाट समाज के शैक्षणिक भवन के लिए प्रदेश के अलग अलग राज्यों में जमीन उपलब्ध कराया जाए। इसके साथ साथ और भी कई मांगे की गई है।
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