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सागर: 2100 कन्याओं का विवाह के साक्षी बने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पेंशन योजना के दायरे बढ़ाने का किया ऐलान

• LAST UPDATED : March 11, 2023

सागर : मध्यप्रदेश के सागर जिले के गढ़ाकोटा में 2100 कन्याओं का विवाह का आयोजन किया गया था। इस विवाह सम्मेलन के साक्षी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ-साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, पर्यटन विकास निगम अध्यक्ष विनोद गोंटिया भी बने है। सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री समेत मौजूदा सभी लोगों ने वर-वधुओं को अपना आशीर्वाद दिया है। जिसके दौरान मुख्यमंत्री ने कन्यादान योजना को जरूरतमंद परिवारों के लिए सौभाग्य बतलाया है।

  • जुलाई से डिग्री जुलाई से शुरू होगा डिग्री कॅालेज
  • मंत्रा गोपाल भार्गव को सराहा
  • गोपाल भार्गव बुंदेलखंड के शेर

जुलाई से डिग्री जुलाई से शुरू होगा डिग्री कॅालेज

इस सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री ने कई घोषणाएं की है। सबसे पहले उन्होने कहा कि कोविड सक्रमंण के दौरान माता-पिता की मृत्यु होने से अनाथ बच्चों के लिए 4000 रूपये की पेंशन योजना के दायरे में अब ऐसे अन्य अनाथ बच्चों को भी शामिल किया जायेगा, जिनके माता पिता इस दुनिया में अब नहीं है। साथ ही साथ शिवराज सिंह चौहान ने शाहपुर में डिग्री कालेज स्वीकृत करने की घोषणा भी की है।

मंत्रा गोपाल भार्गव को सराहा

बता दें कि इस विवाह समारोह का आयोजन लोक निर्माण मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा किया गया था। जिनकी तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भार्गव केवल राजनेता ही नहीं समाज सेवक और विकास पुरूष भी हैं। उन्होंने 21000 कन्याओं का विवाह करा कर समाज सेवा का जो इतिहास बनाया वह अनुकरणीय है। इससे ये सिध्द होता है कि ये राजनेता के साथ-साथ समाज सेवक भी है। साथ ही साथ ही मंच से उन्होने लोगों को हाल में लांच किए गए लाड़ली बहना योजना के बारे में भी बताया।

गोपाल भार्गव बुंदेलखंड के शेर

समारोह में पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि मंत्री भार्गव को बुंदेलखंड का शेर ऐसे ही नहीं कहा जाता है। कई वर्षों से वो बेटियों के विवाह की जिम्मेदारी निभा रहे हैं। जिस कारण उनका संकल्प 21 हजार बेटियों के विवाहों का आज पूरा हो गया है। प्रदेश के विधायकों को इस तरह का आयोजन करते रहना चाहिए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने प्रदेश सरकार की शराब नीति को सराहा और कहा कि अब हमें मधुशालाओं पर नहीं, गोशालाओं पर फोकस करना होगा। गायों को गोशाला में नहीं घरों में रखना होगा। गायों के लिए गोचर की भूमि आरक्षित करनी होगी।

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