भोपाल। Congress-BJP did Bhoomipujan of the same development work: मध्य प्रदेश में इस वक्त चुनावी रेवड़ी बांटने का माहौल बना हुआ है। जिसके चलते राजनीतिक दल जनता को लुभाने के लिए अपना पूरा दम-खम भरते हुए नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में प्रदेश की सत्ताधारी सरकार अपने विकास की चर्चा प्रदेश के कौने-कौने तक करना चाहती है। जिसको मद्देनजर रखते हुए रविवार से शिवराज सरकार ने ‘विकास यात्रा’ कार्यक्रम की शुरुआत की है।
परंतु विकास यात्रा के पहले दिन भोपाल में श्रेय लुटने की राजनीति का नजारा देखने को मिला। जहां एक ही विकास कार्य का सुबह कांग्रेस ने, तो दोपहर में बीजेपी ने भूमीपूजन किया।
दक्षिण पश्चिम विधानसभा के सेवनिया गोंडा में नागेश्वर मंदिर में पुराना गांव होते हुए बिलोट बाबा तक डामरीकरण एवं नाली का विकास कार्य होना है। जिसका सत्तापक्ष और विपक्ष के दलों ने अलग-अलग भूमिपूजन किया। रविवार की सुबह कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने इसका भूमिपूजन किया। वहीं दोपहर में अधिकारियों के साथ बीजेपी नेताओं ने भी पूजन कर दिया। पूर्व मंत्री उमा शंकर गुप्ता ने इसे श्रेय लेने की राजनीति करार दिया।
इस मामले पर विधायक पीसी शर्मा और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता आमने- सामने आ गए। साथ ही दोनों के बीच आरोप- प्रत्यआरोप का पुराना खेल शुरू हो गया। मामले पर पीसी शर्मा ने कहा कि मुझे किसी ने आमंत्रित नहीं किया। मेरी विधानसभा में एक पूर्व विधायक आकर भूमि पूजन कर रहा है। जबकि वह काम 8 महीने पहले ही हो चुका है। हमने गांव के बुजुर्गों से भूमि पूजन कराया था। वहीं बीजेपी नेता और पूर्व मंत्री उमाशंकर गुप्ता ने कहा कि दोपहर 2:00 बजे विकास यात्रा में कांग्रेस विधायक भी आमंत्रित थे, लेकिन सिर्फ श्रेय लेने के लिए भूमि पूजन करा दिया। यह ठीक नहीं है। जिनका विकास कार्यों के भूमि पूजन होने हैं, वह नगर निगम की निधि के हैं। कांग्रेस विधायक श्रेय लेने की राजनीति से पहले 4 साल में उन्होंने क्या किया है ? उसका हिसाब दे।