India News (इंडिया न्यूज़), MP Politics: , भोपाल: बीजेपी के बाद एमपी में कांग्रेस एकशन मोड पर है। जिसके चलते कांग्रेस ने चुनाव समिति की घोषण कर दी है। पार्टी के कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया को चुनाव अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को अपनी प्रदेश इकाई के लिए चुनाव अभियान समिति का गठन किया है।
जिसकी अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया करेंगे। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए चुनाव अभियान समिति के गठन को स्वीकृति प्रदान की।
बीजेपी के बाद एमपी में कांग्रेस एकशन मोड पर है। जिसके चलते कांग्रेस ने चुनाव समिति की घोषण कर दी है। पार्टी के कद्दावर नेता कांतिलाल भूरिया को चुनाव अभियान की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर मंगलवार को अपनी प्रदेश इकाई के लिए चुनाव अभियान समिति का गठन किया है।
जिसकी अध्यक्षता पार्टी के वरिष्ठ नेता कांतिलाल भूरिया करेंगे। पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के लिए चुनाव अभियान समिति के गठन को स्वीकृति प्रदान की।
समिति में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के अलावा 30 से अधिक वरिष्ठ नेताओं को शामिल कर दिया गया है। साथ ही कमलनाथ की सरकार में रहे पूर्व मंत्रियों को भी जगह दी गई है। इसमें जीतू पटवारी, बाला बच्चन और तरुण भनोट को भी जगह मिली है।
दरअसल, एक दिन पहले ही कांग्रेस ने पार्टी महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला को मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ पर्यवेक्षक नियुक्त किया था।
कांतिलाल भूरिया कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से हैं। वह आदिवासी समाज से आते हैं। कांग्रेस ने उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर एक बड़ा दांव खेला है। बीजेपी के आदिवासी एजेंडा को काउंटर करने के लिए कमलनाथ ने आगे आदिवासी नेता भूरिया का नाम आगे बढ़ाया है। क्योंकि आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों में से 30 विधानसभा सीटों पर सीधा असर डालेंगे कांतिलाल भूरिया।
कांतिलाल भूरिया कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से हैं। वह आदिवासी समाज से आते हैं। कांग्रेस ने उन्हें चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाकर एक बड़ा दांव खेला है। बीजेपी के आदिवासी एजेंडा को काउंटर करने के लिए कमलनाथ ने आगे आदिवासी नेता भूरिया का नाम आगे बढ़ाया है। क्योंकि आदिवासियों के लिए आरक्षित सीटों में से 30 विधानसभा सीटों पर सीधा असर डालेंगे कांतिलाल भूरिया।
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