India News(इंडिया न्यूज़),Covid-19: कोरोना वायरस साल 2019 में चीन में पैदा हुआ, उसके बाद इसने धीरे धीरे पूरे विश्व में अपने पैर पसार लिये। कोरोना के कुछ वेरिएंट इतने खतरनाक साबित हुए कि उन्होंने तबाही मचा दी। लोगों के बीच डर का माहौल रहा। कई लोगों के घर तबाह हो गए। इस कोरोना महामारी के दौरान लाखों लोगों की जानें चली गई।
देश में कोरोना ने एक बार फिर से वापसी कर ली है। कोरोना के 338 नए मामलों के साथ देश में सक्रिय मामले अब 2669 हो गए हैं। केरल में कोरोना से तीन मौतें भी दर्ज की गई हैं। इस बीच कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 भी सामने आया है। भारत में जेएन.1 के 21 मामले सामने आ चुके हैं और इनकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह बुजुर्गो और कम इम्मूंनिटी वाले लोगो मे जल्दी फैल रहा है।
बुखार
बहता नाक
गला खराब होना
सिरदर्द
अत्यधिक थकान
थकान और मांसपेशियों में कमजोरी
डॉक्टर सुझाव देते हैं कि यदि लक्षण दो दिन से अधिक समय तक बने रहें तो ही कोविड टेस्ट कराएं। डब्ल्यूएचओ की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने संक्रमण में वृद्धि के नए चरण पर कहा कि उन्होंने कोरोना को सामान्य सर्दी-जुकाम के रूप में लेने के प्रति आगाह किया। उन्होंने कहा कि अगर आप गंभीर रूप से बीमार हैं और लंबे समय तक इसका असर दिख रहा है तो इसे सामान्य सर्दी-जुकाम न समझें।
उन्होंने कहा कि नया वैरिएंट JN.1 ओमीक्रॉन का सब-वेरिएंट है। इसलिए उम्मीद है कि इसका व्यवहार भी ओमीक्रॉन जैसा होगा, जो अन्य वेरिएंट की तुलना में हल्का था। लेकिन फिर भी हर नए वेरिएंट में ज्यादा संक्रमण फैलाने की क्षमता होती है। WHO के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक ने कहा कि यह स्ट्रेन हमारे सिस्टम में पहले से मौजूद एंटीबॉडी के कारण हमें सुरक्षित रखने में सक्षम है।
चंडीगढ़ शहर में अभी तक कोई कोरोना मरीज नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने इसे लेकर कमर कस ली है। चंडीगढ़ प्रशासन ने शहरवासियों को निर्देश देते हुए भीड़-भाड़ वाले इलाकों जैसे बाजार, मॉल और अन्य सार्वजनिक क्षेत्रों में मास्क पहनने की सलाह दी है।
ये भी पढ़ें :