India News (इंडिया न्यूज), Death Due To Melon: कभी सोचा है कि खरबूजा आपकी जान का दुश्मन बन सकता है? दरअसल, अमेरिका और कनाडा में एक बैक्टीरिया देहशत का माहौल पैदा कर रहा है जो खरबूजे से पैदा होता है। अमेरिका के 38 राज्यों में इसने दहशत का माहौल बना रखा है और कनाडा भी इसकी जद मौजूद है। अब तक इस बैक्टीरिया के कारण आठ लोगों की मौत भी हो चुकी है।
मामला संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा का है जहां साल्मोनेला नाम की बैक्टीरिया से लगभग आठ लोगों की जान ले चुका है। सीडीसी का मानना है कि ये वायरस खरबूज में मौजूद है। जिसे दोनों देशों में प्रकोप मचा रखा है।
हालत यह है कि रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र सीडीसी ने लोगों को मैलचिटा या रूडी ब्रांड के खरबूजों को न खाने की वार्निंग दी है।
सीडीसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा है कि ‘यदि आप नहीं जानते कि मालचिटा या रूडी ब्रांड के खरबूजे का उपयोग किया गया है या नहीं, तो पहले से कटे हुए खरबूजे न खाएं. किसी भी लौटाए गए साबुत या पहले से कटे खरबूजे वाले उत्पादों को न खाएं।’
सीडीसी की माने तो यूएसए में 38 राज्यों में 38 राज्यों में 230 व्यक्ति अब तक इस बीमारी की चपेट में आ गए हैं जिनमें 96 अस्पताल में भर्ती हैं और तीन की तो मौत हो गई है। कनाडा की सार्वजनिक स्वास्थ्य एजेंसी के अनुसार देश में खरबूजे से संबंधित साल्मोनेला के प्रकोप के कारण अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
सालमोनेला बैक्टीरिया की वजह से दस्त बुखार और पेट में ऐंठन होने लगती है। आगे चलकर बैक्टीरिया की वजह से होने वाला संक्रमण बेहद घातक भी हो सकता है। यह बच्चों और कमी कमजोरी इम्यून सिस्टम वाले लोगों को पर ज्यादा असर करता है।
सीडीसी की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, लक्षण आमतौर पर संक्रमण के 6 घंटे से लेकर 6 दिन बाद तक शुरू होते हैं और 4 से 7 दिनों तक रहते हैं। सीडीसी के अनुमान के अनुसार, साल्मोनेला बैक्टीरिया संयुक्त राज्य अमेरिका में सालाना लगभग 1.35 मिलियन संक्रमण, 26500 अस्पताल में भर्ती होने और 420 मौतों का कारण बनता है। दिलचस्प बात यह है कि इनमें से अधिकांश बीमारियों का स्रोत भोजन है।
ये भी पढ़ें-कौन है Kamleshwar Dodiyar?.. तय किया टिफिन सर्विस बॉय से विधायक बनने तक का…