होम / Death of wildlife: मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं थम रहा वन्यजीवों के मौत का सिलसिला, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हथिनी लक्ष्मी की मौत

Death of wildlife: मध्यप्रदेश की धरती पर नहीं थम रहा वन्यजीवों के मौत का सिलसिला, बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में हथिनी लक्ष्मी की मौत

• LAST UPDATED : September 3, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Death of wildlife: मध्यप्रदेश की धरती पर जानवरों के मौत का सिलसिला जारी है। पहले कूनो नेशनल पार्क में लगातार चीतों की मौत से पार्क प्रशासन तंग दिखे। अभी उमरिया जिले के प्रसिद्ध बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व क्षेत्र से लगातार वन्यजीवों की मौत की ख़बर सामने आ रही है। बता दें कि बीते शनिवार को बांधवगढ़ में एक हथिनी मृत पाई गई है। इससे पहले तेंदुआ शावक को भी मृत अवस्था में देखा गया था।

  • जंगली हाथी ने हाथी के बच्चे (लक्ष्मी) पर किया हमला
  • कूनो में 20 चीतों में से 9 चीतों की मौत

वन अधिकारी ने दी जानकारी

बता दें कि हथिनी की मौत का कारण बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के प्रबंधकों के बीच अफरा-तफरी का माहौल है। वन अधिकारी ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि जंगली हाथी ने हाथी के बच्चे (लक्ष्मी) पर अपने दांतों से हमला किया था, जिसके कारण से (लक्ष्मी) हथनी की मौत हो गई है। मृत हथिनी की उम्र लगभग पांच साल बतायी जा रही है। उन्होंने बताया कि इस हथिनी को देखने के लिए पर्यटक काफी दूर से आते थें। वहीं उचानक मौत के कारण प्रबंधन सवालों के घेरे में है।

प्रबंधन के साथ सरकार पर भी सवाल

बता दें कि बीते दिन तेंदुआ शावक की मौत हुई थी। उससे पहले जंगली सुअरों की भी मौत की ख़बर सामने आई थी। बता दें कि कूनो नेशनल पार्क में भी दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से लाए गए 20 चीतों में से 9 चीतों की मौत हो चुकी है। इसके साथ ही भारत में जन्म लिए चार शावकों में से तीन की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही जानवरों की मौत के कारण प्रबंधन के साथ-साथ सरकार पर भी सवाल उठ रहा है।

Also Read: बीजेपी के जन आशीर्वाद यात्रा को हरी झंडी देने चित्रकूट पहुंचे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, कामतां नाथ का किया दर्शन