India News (इंडिया न्यूज़), Dewas Assembly Seat, भोपाल: मध्यप्रदेश में एमपी कांग्रेस इस बार सत्ता हासिल करने के लिए अपनी पुरी जान झौंक रही है। जिसके चलते कांग्रेस लगातार हारी हुई सीटों पर दौरे कर रही है। दिग्विजय सिंह आज देवास दौरे पर रहेंगे। जिसके चलते वह देवास के बागली और खातेगांव विधानसभा क्षेत्र में बैठक करेंगे। दिग्गी अपने इन दौरों के जरिए संगठन को मजबूती देने का प्रयास कर रहे हैं।
देवास विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है। देवास जिले के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती हैं और इन पांचों ही सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। बता दें कि बीजेपी का गढ़ है, यह सीट, लेकिन इतिहा के पन्नों में पता चलता है कि कभी देवास विधानसभा सीट कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी। बता दें कि बीजेपी इस सीट पर 1990 से लगातार जीत दर्ज करती आई है। यानी पिछले 7 चुनावों में बीजेपी को यहां फतह हासिल की है। कांग्रेस को आखिरी बार इस सीट पर 1985 में जीत मिली थी।
साल 1990 से 2013 तक इस सीट पर एक ही उम्मीदवार का कब्जा हुआ करता था। बीजेपी के युवराज तुकोजीराव पंवार ने इस सीट पर लगातार जीत हासील की थी। लेकिन 2015 में इस सीट पर तुकोजीराव के निधन के बाद उपचुनाव हुए। जिसमें बीजेपी को फिर जीत मिली। जिस पर बीजेपी की गायत्री राजे ने जीत हासिल की। इस सीट पर कांग्रेस को 6 ,जबकि बीजेपी को 7 चुनावों में जीत मिली है।
2018 में देवास में कुल 55 प्रतिशत वोट पड़े। 2018 में भारतीय जनता पार्टी से गायत्री राजे पानवान ने आईएनसी के जय सिंह ठाकुर को -74 वोटों के मार्जिन से हराया था। 2013 के चुनाव में बीजेपी के तुकोजीराव पंवार ने कांग्रेस की रेखा वर्मा को 50 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। 2008 में तुकोजीराव ने कांग्रेस के हाजीहरुन भाई को 25 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। 2013 में क्या थे राज्य के चुनावी नतीजे मध्य प्रदेश में कुल 231 विधानसभा सीटें हैं।
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