India News MP ( इंडिया न्यूज ), Dhar Bhojshala: मध्य प्रदेश के धार स्थित ऐतिहासिक भोजशाला के सर्वे की रिपोर्ट आज इंदौर हाई कोर्ट पेश की जा रही है। रिपोर्ट करीबन 2000 पन्नों तक की रिपोर्ट है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा किए गए इस सर्वे में 1700 से अधिक पुरावशेष मिले हैं, जिनमें 37 देवी-देवताओं की मूर्तियां शामिल हैं।
11 मार्च को हाई कोर्ट के आदेश पर शुरू हुआ यह सर्वे 98 दिनों तक चला। इस दौरान खोदाई, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी के साथ-साथ आधुनिक तकनीकों का भी इस्तेमाल किया गया।
मिली मूर्तियों में श्रीकृष्ण, शिव, हनुमान, गणेश, वाग्देवी और जैन तीर्थंकरों की प्रतिमाएं शामिल हैं। विशेष रूप से, मां वाग्देवी की एक खंडित मूर्ति मिली है, जो लंदन ले जाई गई मूर्ति के समान बताई जा रही है।
भोजशाला मुक्ति यज्ञ के संयोजक गोपाल शर्मा और याचिकाकर्ता आशीष गोयल का दावा है कि ये मूर्तियां और अवशेष भोजशाला को मंदिर साबित कर रहे हैं। वहीं, जैन समाज की एक संस्था ने भी इसे जैन धार्मिक स्थल बताया है।
ASI की यह रिपोर्ट भोजशाला के इतिहास और धार्मिक महत्व पर नए सिरे से बहस छेड़ सकती है। हाई कोर्ट में इस मामले की अगली सुनवाई 22 जुलाई को होगी, जिसमें यह रिपोर्ट महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है।
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