India News MP (इंडिया न्यूज़), Dheerendra Shastri Birthday: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री (Dheerendra Shastri Birthday) का आज, 4 जुलाई को जन्मदिन है। आज उनकी उम्र 28 साल हो गई है। मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित गढ़ा गांव में 4 जुलाई 1996 को जन्मे धीरेंद्र शास्त्री का नाम धीरेंद्र कृष्ण गर्ग है। उनका जन्म एक सामान्य गरीब परिवार में हुआ था। उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने प्रारंभिक शिक्षा सरकारी स्कूल से ली है।
धीरेंद्र शास्त्री भगवान राम और हनुमान की कथाओं के लिए प्रसिद्ध हैं। साथ ही वह ‘दिव्य दरबार’ भी लगाते है। दिव्य दरबार में शास्त्री लोगों की समस्याओं को बिना उनके बताए ही जान जाते हैं, और उनका समाधान भी देते हैं। लोगों का दावा है कि दिव्य दरबार में बताए गए उनके उपायों से समस्या हल होती है।
धीरेंद्र शास्त्री के ‘दिव्य दरबार’ में आम जनता की समस्याओं को हल करने का उपाय दिया जाता है। दरबार में पहले वह अपने पास एक पर्चे में समस्या से पीड़ित व्यक्ति का नाम और उसकी समस्या लिखते हैं, जिसे वह पर्चा कहते हैं। जिसका पर्चा बनता है, उस व्यक्ति का हुलिया बता कर उसे मंच पर बुलाते है। जिसके बाद उससे पर्चा पढ़ने को कहते है और साथ ही बातों की पुष्टि भी करवाते हैं। इसके बाद वो पीड़ित को समस्या हल करने का उपाय भी देते हैं। बागेश्वर धाम में धीरेन्द्र शास्त्री के दादा भगवान दास गर्ग भी दरबार लगाते थे। उनके ‘दिव्य दरबार’ पर अंधविश्वास फैलाने का आरोप भी लग चुका है।
कथावाचक धीरेंद्र शास्त्री पर कई बार अंधविश्वास फैलाने के आरोप भी लग चुके हैं। नागपुर की अंधविश्वास का विरोध करने वाली अखिल भारतीय अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने शास्त्री पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगाया था। समिति से जुड़े व्यक्ति श्याम मानव ने उनके दरबार को चुनौती दी थी। मामले के तूल पकड़ने के बाद शास्त्री ने श्याम मानव को दरबार में आने को कहा था। रामभद्राचार्य , स्वामी रामदेव और साध्वी प्राची जैसे कथावाचकों और हिन्दू नेताओं ने धीरेंद्र शास्त्री का समर्थन किया था। इस मामले में नागपुर पुलिस ने अंधविश्वास फैलाने के आरोप से धीरेंद्र शास्त्री को क्लीन चिट दे दिया था।
धीरेंद्र शास्त्री ने भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग राखी थी। जिसके बाद उन्होंने “आप हमें अपना समर्थन दें, हम हिंदू राष्ट्र देंगे ” का नारा भी दिया था। साथ ही उनकी मांग थी कि रामचरितमानस को भारत का राष्ट्रीय ग्रंथ का दर्जा दिया जाए। हिंदू राष्ट्र की मांग पर कई राजनितिक दल ने विरोध भी जताया था लेकिन उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि, भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है।
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