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दिग्विजय सिंह मिशन विंध्य पर, क्या कांग्रेस ढ़ह पाएगी बीजेपी का किला?

• LAST UPDATED : May 11, 2023

India News (इंडिया न्यूज़), Digvijay Singh’s Vindhya Mission, भोपाल: मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव करीब आ रहे हैं। जिसके चलते सभी दल तैयारी में जुट गए हैं। वहीं अगर कांग्रेस की बात करें। तो कांग्रेस की दिग्विजय सिंह उन सीटों के दौरों पर निकले हैं। जहां कांग्रेस कुछ कमाल नहीं कर पाई। खबर है कि उनकी यह दौरा 2 जून तक चलने वाले हैं। कांग्रेस इस बार हारी हुई 66 सिटों के साधने की तैयारी में है। जिस कड़ी में आज दिग्विजय सिंह मिशन विंध्य पर है।

मिशन विंध्य के तहत सांसद दिग्विजय सिंह आज सिंगरौली और देवसर के दौरे पर रहने वाले हैं। जहां वह कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्र देंगे। साथ ही मंडलम सेक्टर अध्यक्षों की बैठक में शामिल होंगे। इस बैठक के दौरान दिग्विजय सिंह पार्टी पदाधिकारीयों को एकजुटता का संदेश भी देंगे।

ढह गया कांग्रेस का किला

विंध्य राज्य का पांचवा सबसे बड़ा क्षेत्र है। राज्य की 31 विधानसभा सिट और चार लोकसभा सिट इस क्षेत्र में आती है। 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को बहुमत मिलने के बाद भी पार्टी यहां ज्यादा सिट नहीं जीत पायी। इसलिए कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव में विंध्य की जीत के हर संभव प्रयास कर रही है।

गौरतलब है कि विंध्य क्षेत्र कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था। लेकिन बीजेपी ने 2003, 2008 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। 2018 में जब कांग्रेस पार्टी कई सालों बाद सत्ता में आयी। तब भी वह विंध्य क्षेत्र में केवल 6 सीटों पर ही जीत का परचम लहरा सकी। बाद में बिसाहूलाल सिंह के भाजपा में जाने के बाद कांग्रेस को महज 5 सीटे ही मिल पाई।

इसी के साथ आपको बता दें कि इस क्षेत्र में बहुजन समाज पार्टी का काफी अच्छा दबदबा है। जिसके चलते कांग्रेस का खेल बहुजन समाज पार्टी और बीजेपी दोनों मिलकर बिगाड़ सकते हैं।

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2018 विधनसभा चुनाव

2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो कांग्रेस को इस चुनाव में यहां से 6 सिम मिली थी। हालांकि बाद में बिसाहूलाल सिंह बीजेपी में शामिल हो गए। चुनाव में बसपा 2 सीटों पर और नंबर दो की पोजीशन पर थी। वहीं एक-एक सीटों पर समाजवादी पार्टी और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के उम्मीदवार दूसरे नंबर पर थे। यानी बीजेपी और कांग्रेस के अलावा दूसरे दलों को भी यहां से वोट पड़ते हैं।

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