India News (इंडिया न्यूज़), Digvijaya Singh: मणिपुर में दो महिलाओं के साथ दरिंदगी के मुद्दे को लेकर संसद के दोनों सदनों में सोमवार को जमकर हंगामा हुआ। सांसदों की मांग थी कि प्रदानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर दोनों सदनों में चर्चा करे। हंगामे के दौरान आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ की कुर्सी के सामने पहुंचकर विरोध करने लगे। इस दौरान वे जगदीप धनखड़ को हाथ दिखाकर कुछ बोल रहे थे। इसके बाद उन्हें पूरे मॉनसून सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया।
वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि जब यह प्रधानमंत्री बनकर आए थे उन्होंने नौटंकी की थी, उन्होंने इस लोकतंत्र की मंदिर पर संविधान को धोक दिया था। पिछले 9 सालों उन्होंने लोकतांत्रिक और संसदीय परंपराओं को तिलांजली दी है। मणिपुर 2.5 महिने से जल रहा है। प्रधानमंत्री को सदन में बोलना चाहिए। सदन से बाहर उन्होंने इसका राजनीतिकरण किया। मणिपुर के जैसे हालात किस राज्य में हैं जो उन्होंने राजस्थान और छत्तीसगढ़ से जोड़ा? अगर उन्होने (संजय सिंह) वेल में आकर कुछ कह दिया तो उन्होंने ऐसा कौन सा अपराध कर दिया कि उनको पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया? हम इसकी निंदा करते हैं।
3 मई से शुरू हुई पुर्वात्तर राज्य मणिपुर की हिंसा को 3 महीने होने में कुछ समय बचा है। इस पूरे हिंसा के दौरान 142 लोगों की जान चुकी हैं। वहीं हिंसा में अब तक हजारों घरों को आग के हवाले कर दिया गया और 60 हजार से ज्यादा लोग घर से बेघर हो चुके हैं। वहीं मणिपुर हिंसा के दौरान महिलाओं के साथ अभद्रता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद देश में आक्रोश का माहौल देखने को मिला है।
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