डिंडौरी आदिवासी बहुल जिला में आदिवासी जनजाति कल्याण विभाग में लगभग पांच करोड़ के छात्रवृति घोटाले सहित अन्य घोटालो की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की मांग को लेकर जिला मुख्यालय में बड़ा प्रदर्शन किया गया। जिम्मेदारों पर एफआइआर दर्ज करने की मांग को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव कर अपनी मांगों के समर्थन का महामहिम राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौपा गया।
इसके पहले जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते के नेतृत्व में एनएसयूआई कांग्रेस तथा आदिवासी संगठनों के हजारों कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में बस स्टैंड में आम सभा कर नगर में रैली निकाल कर भारत माता चौक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का पुतला फूंका गया। हजारों की संख्या में समर्थकों के साथ रुदेश परस्ते ने पुलिस की बेरिकेडिंग को तोड़ते हुए जबरन कलेक्ट्रेट परिसर में घुस कर कलेक्ट्रेट का घेराव किया और धरना प्रदर्शन कर लगभग एक घंटे कलेक्ट्रेट परिसर में प्रतिबन्ध के बाद भी जमकर नारेबाजी की ओर कलेक्टर को ही ज्ञापन सौपने की मांग करते रहे। छावनी में तब्दील किये गये कलेक्ट्रेट परिसर में भारी पुलिस की मौजूदगी में कलेक्टर ने ज्ञापन लेते हुए जांच कर कार्यवाही का आश्वासन दिया ।
आपको बता दे कि जिले में जनजाति कार्य विभाग में तत्कालीन सहायक आयुक्त अमर सिंह उईके के कार्यकाल का छात्रवृत्ति घोटाला उजागर हुआ है। जिसमे फरवरी 2019 से जनवरी 2021 के बीच छात्रवृत्ति के साथ स्काउट गाइड व रेडक्रॉस, क्रीडा गतिविधियों की राशि का आहरण कर अनियमितता का मामला प्रारंभिक जांच में उजागर हो चुका है। दो वर्षों से छात्रों को गणवेश नहीं मिलने और संबंधित राशि छात्रों के खाते में डालने, जनजाति विभाग में फर्जी नियुक्तियों की निष्पक्ष जांच की मांग भी की जा रही है। बोंदर में संचालित बनवासी सेवा मंडल विद्यालय व छात्रावास को शासन के अधीन करने की मांग के साथ ही जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते ने कहा कि छात्र-छात्राओं के छात्रवृत्ति में घोटाला तब किया गया। जब कोरोना संकट गहराया हुआ था। लॉकडाउन के चलते विद्यार्थी परेशान थे। ऐसे समय में छात्रवृत्ति घोटाला किया गया है। जरूरतमंद विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति न देकर उस राशि को आपस में ही बंदरबांट कर लिया गया।