भारतीय नौसेना के आठ रिटायर्ड ऑफिसर कतर में पिछले दो महीने से नजरबंद हैं। इसमें एक ऑफिसर की बहन ने अपने भाई की रिहाई के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और सीएम शिवराज सिंह से मदद मांगी है।
ग्वालियर की रहने वाली रिटायर्ड ऑफिसर पूर्णेन्दु तिवारी की बहन डॉक्टर मीतू भार्गव का कहना है कि उनका भाई पिछले 70 दिनों से कतर में नजरबंद है। न तो उससे कोई मुलाकात हो रही है और नहीं यह पता लग पा रहा है कि वह कैसा है। इसके लिए डॉ. मीतू ने केंद्र और राज्य सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द उनके भाई को रिहा करा दिया जाए।
Please help our Eight Navy Veterans(officers),their family members & our countrymen as these officers had served our motherland
Need immediate help of our Indian Government 🙏@narendramodi@DrSJaishankar@MEAIndia@DefenceMinIndia@IndEmbDoha@indiannavyhttps://t.co/MkAFGtguUD— Meetu Bhargava (@DrMeetuBhargava) November 3, 2022
मीतू भार्गव ने सरकार को ट्वीट किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि उनके भाई पूर्णेन्दु तिवारी जोकि इंडियन आर्मी से रिटायर्ड ऑफिसर हैं। वे अन्य ऑफिसरों के साथ कतर की कंपनी ‘दहला ग्रोवल टेक्नोलॉजी एंड कंसलटेंसी सर्विसेज’ के लिए काम करते हैं। उनके भाई पूर्णेन्दु कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर है। कंपनी की ओर से यह सभी आठ रिटायर्ड इंडियन नेवी ऑफिसर कतरी एमिरी नौसेना को ट्रेनिंग और दूसरी जरूरी सेवाएं देने गए हुए थे। वहां की सरकार ने अचानक आठ रिटायर्ड ऑफिसर को निगरानी में लेकर नजरबंद कर दिया है।
मीतू भार्गव का कहना है कि आठों रिटायर्ड भारतीय नौसेना के अधिकारी रहे हैं। यह सभी जिस कंपनी में काम कर रहे हैं, वह कंपनी खुद को कतर रक्षा सुरक्षा और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ-साथ स्थानीय व्यापार भागीदारी के रूप में सेवाएं देती है।
Many of these veterans are suffering from medical ailments because of their age.
Delay in their release is causing extreme hardship to these veterans who had served their motherland & hence again plead our Government to kindly expedite their release pl.
🙏🙏 #Emergency #Urgent— Meetu Bhargava (@DrMeetuBhargava) November 6, 2022
डॉ. मीतू भार्गव ने बताया कि उसके भाई पूर्णेन्दु तिवारी को साल 2019 में तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार मिल चुका है। मीतू ने बताया कि यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि इन भारतीयों को किस कारण हिरासत में लिया गया है और उन पर क्या आरोप है। इस बात की जानकारी के लिए उन्होंने कई बार संपर्क किया है लेकिन कोई जानकारी नहीं मिल पा रही है। इसलिए उन्होंने ट्वीट कर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है कि उनके भाई रक्षा करें।