मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रयासों से बुधनी से संदलपुर तक निकले राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई है। इस जमीन का किसानों को मुआवजा भी दे दिया गया है।
किसानों का कहना है की कई जमीनों का अच्छा मुआवजा दिया गया तो वहीं कई किसानों को कम मुआवजा मिला है। अब अधिकारी भी मनमानी से जमीन अधिग्रहण कर रहे हैं, जबकि किसानों ने इस समय मूंग की फसल लगा दी है।
इन्हीं कई समस्याओं को लेकर रेहटी तहसील के 50 से अधिक गांवों के सैकड़ों किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया एवं प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, राज्यपाल और कलेक्टर के नाम तहसीलदार जयपाल शाह उइके को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में किसानों ने मांग की है कि बुदनी से संदलपुर तक निकले नेशनल हाईवे में कई गांवों के किसानों को तो मुआवजा की राशि 7 लाख रूपए हेक्टेयर के हिसाब से दी गई है तो वहीं कई जगह 30 लाख रूपए हेक्टेयर का मुआवजा दिया गया है। किसानों की मांग है कि मुआवजा की राशि एक जैसी दी जाए। किसानों की जमीनें पानी वाली है। लेकिन उन्हें असिंचित दिखा दिया गया है।
अधिग्रहण से पहले किसानों ने आपत्ति लगाई थी, लेकिन उनकी आपत्ति सुने बिना ही जमीन अधिग्रहित की जा रही है। इसके अलावा किसानों ने अब मूंग की फसल की बोवनी कर दी है, लेकिन अधिकारी कह रहे हैं कि उनकी फसलों को नष्ट कर दिया जाएगा। इसी तरह की कई अन्य समस्याओें के निराकरण को लेकर ग्राम खडली, ककरदा, नयागांव, मकोड़िया, इटारसी, पान गुराड़िया दीपाखेड़ा सहित 50 से अधिक गांव के किसानों ने तहसील कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा एवं तहसील से मांग की कि उनकी मांगों का निराकरण शीघ्र किया जाए।