देश की सबसे बड़ी दूध सप्लाई करने वाली कंपनी अमूल गुजरात के बाद मध्य प्रदेश में अपना कारोबार फैलाने की तैयारी में है। इन्वेस्टर्स समिट में कंपनी ने चार सौ करोड़ के निवेश की पेशकश की है। कंपनी उज्जैन के पास एक प्लांट लगाना चाहती है। इसके बाद दूध का उत्पादन अमूल मध्य प्रदेश से ही कर सकेगी।
अभी गुजरात से अमूल के मिल्क प्रोडक्ट बिक्री के लिए मध्य प्रदेश व अन्य राज्यों में जाते है। यदि अमूल ने यहां कारोबार बढाया तो मध्य प्रदेश स्टेट को आपरेटिव डेयरी फेडरेशन के सांची दूध व अन्य प्रोडक्ट को व्यावसायिक स्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। मध्य प्रदेश में डेयरी फेडरेशन का गठन भी गुजरात के आणंद की त्रिस्तरीय सहकारिता के मॉडल को अपनाकर ही किया गया, लेकिन सांची अमूल की तरह अपना कारोबार ज्यादा नहीं फैला पाया। फिलहाल प्रदेश में छह दुग्ध संघ है जो सांची ब्रांड से दूध व उससे जुड़े उत्पाद बेचते है।
अमूल कंपनी ने मध्य प्रदेश में अपने कारोबार के विस्तार के लिए 400 करोड़ के निवेश की योजना तैयार की है। कंपनी के अफसरों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी की है। कंपनी ने एमपीआरडीसी के पोर्टल पर इंटेशन टू इन्वेस्ट फाइल भी किया है। कंपनी का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से मध्य प्रदेश के किसानों व दुध उत्पादकों को एक हजार करोड़ का आर्थिक लाभ होगा। अमूल कंपनी उज्जैन की विक्रम उद्योगपुरी में एक प्लांट लगाना चाहती है।
आपको बता दे कि उज्जैन के आसपास के इलाकों में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन होता है। उज्जैन, तराना और रतलाम का मावा भी काफी प्रसिद्ध माना जाता है। अमूल ने संभवत: इस वजह से उज्जैन को प्लांट लगाने के लिए चुना है।