बता दें कि पूर्व मंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह आज अल्प प्रवास पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के लिए डबरा पहुंचे हैं। जहां पर उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने राहुल गांधी के निष्कासन पर भारतीय जनता पार्टी की खुलकर आलोचना की है।
डॉ गोविंद सिंह ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री व भारतीय जनता पार्टी पूरे देश में प्रजातंत्र का गला घोट रही है। अब ना ही देश में राजनीतिक संवैधानिक संस्थाओं का सम्मान बचा है और ना ही न्यायालय का सम्मान बचा है। पूरी तरह से इनकी तानाशाही आ चुकी है। 95% केस सीबीआई, ईडी व आईटी के द्वारा केवल विरोधी दल के नेताओं पर लगाए जाते हैं। जबकि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने प्रदेश का अरबों रुपए का खजाना खाली कर दिया है।
सरकारी बजट को भी भारतीय जनता पार्टी द्वारा 50% अपने कार्यालयों, आर एस एस की संस्थाओं के लिए, उद्योग खोलने में लगाए जा रहे हैं। युवा नौजवान बेरोजगार हैं। वे सब आत्महत्या करने को मजबूर हैं। किसानों को फसलों का उचित मूल्य तक नहीं दिया जा रहा है। अभी प्रदेश के 13 जिलों में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बाद हो गई है। सरकार द्वारा एक भी जगह खराब हुई फसलों का सर्वे नहीं कराया गया है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह मंचों से बड़े-बड़े भाषण देते हैं कि भ्रष्टाचार नहीं होने देंगे भ्रष्टाचारियों को गड्ढों में गाड़ देंगे। मुझे जहां भी गड्ढे मिलते हैं मैं जरूर देखता हूं। लेकिन उसमें मुझे कोई भी भ्रष्टाचारी आज तक गड़ा नहीं मिला है।
डॉक्टर गोविंद सिंह यहीं नहीं रुके उन्होंने मीडिया की स्वतंत्रता पर भी सवाल खड़े करते हुए कहा कि देश में मीडिया भी स्वतंत्रता से अब काम नहीं कर पा रही है। मीडिया के लोग भी विज्ञापन के दबाव में काम करते हैं। वही नेता प्रतिपक्ष ने पत्रकार रवीश कुमार और पुण्य प्रसून बाजपेई का हवाला देते हुए कहा कि देख लो उनके साथ क्या हुआ है, उन्हें क्यों हटाया गया। साथ ही साथ उन्होंने अमित शाह की छिंदवाड़ा रैली पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पहले अमित शाह अपना और अपनी पार्टी का विकास कर ले। उन्होंने पूरा देश लूट डाला है।