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Gwalior: संविधान बचाने के संकल्प की थीम पर बना कांग्रेस नेता की बेटी के शादी का कार्ड

• LAST UPDATED : February 3, 2023

ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कांग्रेस नेता की बेटी का शादी का कार्ड चर्चा में है। संविधान बचाने के संकल्प की थीम पर बना वैवाहिक आमंत्रण पत्र नारों से भरा है। जो अंचल के लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। वहीं, शादी में आमंत्रित लोगों को उपहार स्वरूप संविधान की प्रीति भेंट में दी जाएगी साथ ही संविधान को बचाने का संकल्प भी दिलाया जाएगा। 5 फरवरी को होने वाले इस विवाह समारोह में प्रदेश के दो पूर्व मुख्यमंत्री भी शामिल होंगे।

शादी में आशीर्वाद देने पहुंचेगे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

कभी बसपा सुप्रीमो कांशीराम के सहयोगी रहे फूलसिंह बरैया जो अब कांग्रेस नेता हैं और 5 फरवरी को उनकी बेटी निधि का विवाह संमारोह ग्वालियर में होने जा रहा है। वर-वधू को आशीर्वाद देने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह सहित प्रदेश के सैकड़ों नेता पहुंच रहे है। यह विवाह इसलिए भी खास है क्योंकि बिना मुहूर्त के 5 फरवरी को संत रविदास की जयंती उत्सव पर उनकी बेटी निधि और नीरज वर्मा एक दूसरे को पति-पत्नी के रूप में स्वीकार करेंगे।

कार्ड पर नहीं है कोई धार्मिक चिन्ह या चित्र

दूसरी ओर जो शादी कार्ड बांटे जा रहे हैं उस कार्ड पर कोई धार्मिक चिन्ह या चित्र नही है बल्कि, कार्ड पर संत रविदास, छत्रपति शाहू जी महाराज, भगवान वुद्ध,महात्मा फुले और बाबा साहब अंबेडकर और कांशीराम के चित्र है और आमंत्रण पत्र को संकल्प और संघर्ष पत्र के रूप में प्रस्तुत किया गया है और तीन संकल्प भी लिखे है – भारत का संविधान बचाना है,भारत का लोकतंत्र बचाना है, नागरिकों के हक और अधिकार बचाना है। वहीं, इसमें कहा गया है कि सब इस संकल्प पर कायम रहेंगे तभी देश बचेगा। बरैया परिवार का यह आमंत्रण पत्र नारों से भरा हुआ है।

हम शादी कार्ड के जरिये लोगों को कर रहे हैं जागरूक

शादी समारोह को लेकर कांग्रेस नेता फूलसिंह बरैया ने कहा कि हम लोग शादी के जरिये ऐतिहासिक संदेश देते आ रहे हैं। इस समय जब देश खतरे में है,संविधान और लोकतंत्र खतरे में है। हम शादी कार्ड के जरिये लोगों को जागरूक कर रहे हैं। हाल ही में राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली तो साफ है कि भारत टूट गया है और यात्रा को जो अपार जनसमर्थन मिला उससे साफ हो गया है कि देशवासी देश तोड़ने से नाखुश है और जोड़ने में साथ देना चाहते हैं।