H3N2 Virus: कोरोना और उसके नए वेरियंट के बाद अब देश में H3N2 वायरस तेजी से अपने पैर पसार रहा है। आए दिन इस वायरस के नए मामले देखने को मिल रहे हैं। इस वायरस की सबसे ध्यान देने वाली बात यह है कि यह बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा अपनी चपेट में लेता है। इसमें बच्चों को चार से पांच दिनों तक सर्दी-जुकाम बुखार होता है।
इसी वजह से स्वास्थ्य विभागों की नींद उड़ गई है। इसी बीच डॉक्टर ने यह भी कहा है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों के अंदर वायरस तेजी से फैला रहा है। जिसके चते बच्चों को आईसीयू तक में रखने की नौबत आ गई है।
एमपी की राजधानी में सर्दी-जुकाम और बुखार के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। एम्स भोपाल में एक मरीज की रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। जिसके चलते इसकी संख्या बीते 24 घंटों में तीन हो गई थी। वहीं विभाग का कहना है कि लोगों को इससे डरने की जरुरत नहीं है, लेकिन सावधानी जरूरी है।
डॉकटरस का कहना है कि पहले जो सर्दी जुकाम बुखार चार से पांच दिनों में ठीक हो रहा था। वह अब 10 से 12 दिनों तक भी चल रहा है। जिससे लोगों को सतर्क रहने की जरूरत तो है। उन्होंने बताया कि यह वायरस कोई नया नहीं, बल्कि 58 साल पुराना है। सबसे पहले यह वायरस करीब 1965 में सामने आया था। तब से इसका लगातार स्ट्रेन बदल रहा है।
डाक्टरों के मुताबिक, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को भीड़-भीड़ वाले क्षेत्रों में जाने से बचाव करें। मास्क का प्रयोग करें, हाथों को समय-समय पर सैनेटाइज करते रहें। यदि परिवार में किसी भी व्यक्ति को संक्रमण होता है तो उसका मास्क पहनना अनिवार्य है। बाहर से आने के बाद हाथों को सैनिटाइज जरूर करें। साफ-सफाई का ध्यान रखें।
इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स के मुताबिक 5 वर्ष से कम आयु के बच्चों को H3N2 से बचाने के लिए टीकाकरण बहुत जरूरी है। जिसमें 6 महीने से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को टीकाकरण के लिए जरूर ले जाना चाहिए और हर बरसात से पहले भी उनका टीकाकरण होना चाहिए। इस काम से H3N2 वायरस होने की संभावनाओं को कम किया जा सकता है और लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती हैं।
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