MP News: मध्यप्रदेश के करीब 10 हजार से अधिक डाक्टर 1 मई से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की तैयारी में हैं। खबर मिली है कि इसमें उनका साथ नर्सिंग स्टाफ भी देने वाला है। ऐसे में प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बिगड़ना तय है।
दरअसल अपनी मांगे पूरी न होने से प्रदेशभर के डाक्टर नाराज हैं। इससे वह फिर से आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं।
रविवार को इंदौर शासकीय स्वशासी चिकित्सक महासंघ में बैठक आयोजित की गई। बैठक में सभी 52 जिला अस्पतालों, 19 मेडिकल कालेजों के लगभग 110 प्रतिनिधि शामिल थे और 70 प्रतिनिधियों ने आनलाइन हिस्सा लिया। महासंघ के सचिव डा. राकेश मालवीय ने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गठित उच्च स्तरीय समिति के प्रतिवेदन के आदेश निकालने में शासन के अधिकारि लापरवाही बरत रहे है।
इसी कारण महासंघ ने फिर से आंदोलन करने का निर्णय लिया है। उन्होंने बताया कि डाक्टरों ने 17 फरवरी 2023 मुख्यमंत्री शिवराज चौहान के कहने पर यह आंदोलन स्थगित कर दिया था। उसी दिन निर्मित उच्च स्तरीय समिति को एक महीने में अपना प्रतिवेदन मुख्यमंत्री को देना था। लेकिन दो महीने बाद भी कोई आदेश नहीं निकले गए हैं। हालांकि महासंघ ने प्रतिवेदन को लागू कर आदेश निकालने के लिए शासन को दो सप्ताह का समय दिया है।
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