इंदौर: इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में शिरकत करने आई अमेरिका की उषा कमारिया ने आज पत्रकार वार्ता आयोजित की जिसमें उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के किये जा रहे कार्यो की जमकर तारीफ की,वही इंदौर में पैदा होने वाली उषा कमारिया ने अमेरिका में अपने दम पर महात्मा गांधी की 10 फिट ऊची ओर 1 टन वजनी प्रतिमा स्थापित की है।
इस दौरान उन्होंने 40 साल पूर्व के इंदौर और आज के इंदौर पर महत्वपूर्ण चर्चा की इस दौरान उषा कुमारिया ने बताया अमेरिका में चले जाने के बाद एहसास हुआ कि हमारी भारतीय संस्कृति को हम पीछे छोड़ आए हैं और हमारे बच्चे पूरी तरह से अमेरिकन कल्चर में पले बढ़े हैं। तो उन्हें एक ख्याल आया कि शहर में वॉलिंटियर वर्क करना चाहिए ओर धीरे धीरे रास्ता खुलता गया और आगे बढ़ने का चांस मिला 2019 में इलेक्शन के लिए उन्हें बुलाया गया। ऐसा बहुत ही कम होता है कि इंडियन को पार्टी चुनाव के लिए बुलाया जाता है। उन्होने कमिटी हेड चुनाव लड़ा। उषा कमारिया ने बताया मैं पहली भारतीय थी जिसका इलेक्शन हुआ और मैं पहली बार में ही जीत गई थी, वही राजनीति में रहते हुए उन्होंने अपने पावर का उपयोग करते हुए गांधी जी की प्रतिमा लगवाई ।
इस दौरान उन्होंने इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि पहले के इंदौर पर आपके इंदौर में जमीन आसमान का फर्क है लेकिन एक बात वही है कि इंदौर के लोग पहले भी वैसे ही थे आवभगत करने वाले इंदौर के लोग कहीं भी चले जाए तो अलग ही चमक छोड़ते है। उन्होंने कहा कि आपको विदेशों में भी सड़को के किनारे कचरा मिल जाएगा लेकिन आज इंदौर की सड़कें पूर्व रूप से साफ है और यही वजह है कि इंदौर सफाई के लिहाज से देश भर में 6 वर्षों से सफाई में नंबर वन बना है ।
हालांकि इंदौर में अभी और काम करने की जरूरत है। मीडिया के 3 सवाल पर उन्होंने कहा कि इंदौर प्रगति कर रहा है इंदौर में और इंडसट्री आना चाहिए और जो यहां के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएं , ताकि इंदौर वालों को पुणे-बैंगलोर जाने की जरूरत न हो। काम के लिए इंदौर ऐसा होना चाहिए कि अन्य लोग इंदौर आना चाहें और इंदौर ऐसी जगह बन जाए जहां हर राज्य देश का वासी आकर बसना चाहे। उषा कमारीया ने इंदौर की जनता को प्रेमी जनता बताया।