India News (इंडिया न्यूज़), Aditya-L1: Aditya-L1 की हेलो ऑर्बिट एंट्री के बाद भारतीय अन्तरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी की इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने आगे के प्लान के बारे में बताया है। उन्होंने कहा है कि आज का कार्यक्रम केवल Aditya-L1 को सटीक हेलो कक्षा में स्थापित करना था। इसका सही जगह स्थापित होना संतोषजनक है। वहीं इसरो चीफ ने भी अपनी खुशी जाहिर की है।
उन्होंने कही कि यह एक हाई ऑर्बिट की ओर बढ़ रहा था। इसलिए हमें थोड़ा सुधार करना पड़ाि। फिलहाल हमारी गणना के मुताबिक यह सही जगह पर है। हालांकि, हम अगले कुछ घंटों तक इस पर नजर रखेंगे और देखेंगे कि यह सही जगह पर है या नहीं। बता दें कि इसरो की सफलता के बाद देश के वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दी जा रही है।
कर्नाटक की राजधानी में बंगलूरू में भी Aditya-L1 की सफलता का जश्न मनाया जा रहा है। भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान की निदेशक अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम ने कहा कि हम एल1 बिंदु पर पहुंच गए हैं, सौर मिशन Aditya-L1 हेलो कक्षा में प्रवेश कर गया है। अंतरिक्ष यान की इस कामयाबी के बाद वैज्ञानिक उपकरणों का बेहतर तरीके से इस्तेमाल किया जा सकेगा।
Aditya-L1 की कामयाबी के बाद राष्ट्रपति राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है! भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य एल1 लैग्रेंज प्वाइंट 1 पर अपने गंतव्य पर पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि यह मिशन सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के बारे में हमारे ज्ञान को बढ़ाएगा और पूरी मानवता को लाभान्वित करेगा। इस महान उपलब्धि के लिए पूरे भारतीय वैज्ञानिक समुदाय को बधाई!
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