बता दें कि उज्जैन सेंट्रल जेल में 15 करोड़ के गबन मामला सामने आया है। जिसे लेकर जेल अधीक्षक उषा राज को पुलिस ने अपने हिरासत में ले लिया है। बता दें कि पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान वो काफी गुस्से में नजर आ रही थीं।
इसी बीच जेल अधीक्षक ने मीडिया कर्मी से कहा कि मैं पूरी तरह से बेकसूर हूं। जेल में मेरे खिलाफ साजिश की गई है। मेरे लिए ये अच्छा है कि मैं इस टेंशन से दूर रहूंगी। मुझे अभी रिलीव भी किया गया है। इसके बावजूद मुझसे मेरा स्टाफ वापस ले लिया गये। ये बिल्कुल गलत बात है। अभी मामले की जांच जारी है। सच्चाई सबके सामने आएगी। मेरे साथ साइबर क्राइम हुआ है। मैं खुद भी इस मामले में जांच की मांग कर रही हूं। मुझे फंसाया गया है।
उन्होंने यह भी कहा कि क्या बंदियों ने कभी मेरी शिकायत की है। क्या उन्होंने कभी कहा कि उन्हें खाना नहीं दिया गया है। जिन लोगों की दुकानें बंद हुई हैं, उन्होंने मेरे खिलाफ साजिश की है। मैं खुद यहां से हटना चाहती थी। क्योंकि यहां मैं सुरक्षित नहीं थी। शासन द्वारा दिये गए आदेशों का मैं पालन करूंगी।
बता दें कि उज्जैन सेंट्रल जेल के काम को संभालने के लिए नई जेल अधीक्षक हिमानी मनवारे पहुंची थी। उनका स्वागत ढोल-धमाके के साथ कीया गया है। उन्होंने कहा कि जेल का मुआयना किया गया है। मै यहां पहली बार आई हूं। जो कुछ यहां के बारे में पता चला है। उनको दूर करने की कोशिश करुगी।
इस मामले को लेकर सीएसपी अनिल मौर्य ने कहा कि जेल अधीक्षक से पूछताछ कीया जा रहा है। जिस भी जेल कर्मियों के खाते से राशि निकाली गई है उनका दस्तावेज ले लिए गए हैं। आरोपी रिपुदमन घर से सभी फरार है, उसके घर पर भी दबिश दी जा रही है।
बता दें कि कहा जा रहा कि जेल अधीक्षक का तानाशाही व्यक्तिव था। जिसके कारण जेलकर्मियों उनसे नाखुश थें। उषा राज के जाने के ख़बर से जेलकर्मियों में खुशी का माहौल दिखा। इस बीच इन्होंने जेल के बाहर आतिशबाजी करते हुए जश्न भी मनाया है।
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